अमेरिका में 3 साल बाद पराग अग्रवाल की चर्चा क्यों? एलन मस्क बोले- उन्होंने कुछ नहीं किया; इसलिए निकाला था
ट्विटर के पूर्व कार्यकारी अधिकारी (CEO) पराग अग्रवाल की चर्चा अमेरिका में हो रही है। लोग एलन मस्क से सवाल पूछ रहे हैं। तीन साल पहले एलन मस्क ने अग्रवाल को नौकरी से निकाल दिया था। अब मस्क ने अमेरिका के लाखों संघीय कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा है। यह मेल बिल्कुल पराग अग्रवाल को भेजे गए ईमेल से मेल खाता है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिग्गज उद्योगपति और डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) के प्रमुख एलन मस्क ने ट्विटर के पूर्व कार्यकारी अधिकारी (CEO) पराग अग्रवाल को याद किया। 2022 में ट्विटर को खरीदने के बाद एलन मस्क ने पराग को नौकरी से निकाल दिया था। बाद में इस प्लेटफॉर्म का नाम बदलकर मस्क ने 'एक्स' रख दिया।
अचानक पराग अग्रवाल का जिक्र क्यों?
अब सवाल उठ रहा है कि एलन मस्क ने अचानक पराग अग्रवाल का जिक्र क्यों किया? दरअसल, इसके पीछे भी एक वजह है। हाल ही में एलन मस्क ने अमेरिका के संघीय कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा है। इसमें पूछा गया कि उन्होंने पिछले सप्ताह क्या किया? एक्स में एक पोस्ट में लिखा गया है कि तीन साल पहले एलन मस्क ने पराग अग्रवाल से भी ऐसा ही सवाल पूछा था। बाद में उन्हें निकाल दिया गया था।
एलन मस्क ने क्या जवाब दिया?
टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने एक्स पोस्ट का जवाब भी दिया। एलन मस्क ने लिखा कि पराग अग्रवाल ने कुछ नहीं किया था। इस वजह से पराग को निकाल दिया गया था। संघीय कर्मचारियों को एलन मस्क के ईमेल के बाद इंटरनेट पर पराग अग्रवाल की चर्चा खूब हो रही है। एलन मस्क और अग्रवाल से जुड़े मीम्स खूब पोस्ट किए जा रहे हैं।
क्या है मामला?
एलन मस्क ने अमेरिका के लाखों संघीय कर्मचारियों को तीन लाइन का ईमेल भेजा है। इसमें पूछा गया कि उन्होंने पिछले हफ्ते क्या किया है? इसका जवाब पांच प्वाइंट्स में 48 घंटे के भीतर दें। ईमेल में यह भी कहा गया कि अगर किसी कर्मचारी ने जवाब नहीं दिया तो उसका इस्तीफा माना जाएगा। सभी कर्मचारियों को सोमवार की रात 11:59 बजे तक हर हाल में जवाब देना होगा।
यूएसएड पर ले चुके एक्शन
डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क को सरकारी दक्षता विभाग का प्रमुख बनाया है। एलन मस्क को सरकारी खर्च में कटौती और फिजूलखर्ची में लगाम लगाने की जिम्मेदारी मिली है। मस्क अभी तक हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुके हैं। वहीं यूएसएड के तहत दुनियाभर के देशों को मिलने वाली मदद भी रोकी है। अब उनके निशाने पर संघीय कर्मचारी हैं। मस्क बड़ी संख्या में छंटनी की तैयारी में है।
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