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Diwali Shopping: वैश्विक मंदी का नहीं दिखा असर, त्योहारी सीजन में खुलकर लोगों ने किया खर्च

कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक नवरात्र से लेकर दिवाली के बीच देश भर में 1.25 लाख करोड़ रुपये का खुदरा कारोबार होने का अनुमान है। 2019 की समान अवधि के मुकाबले 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraPublished: Tue, 25 Oct 2022 09:10 PM (IST)Updated: Tue, 25 Oct 2022 09:10 PM (IST)
दो लाख से अधिक कारों की बिक्री नवरात्र से दिवाली के दौरान हुई।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बीते दो वर्षों से कोरोना की वजह से दिवाली पर खरीदारी नहीं कर पाने की कसर लोगों से इस साल निकाल ली। नवरात्र से लेकर दिवाली के बीच खुदरा खरीदारी से लेकर आटोमोबाइल्स की जमकर खरीदारी की गई। विश्व मंदी का घरेलू त्योहार के दौरान होने वाली खरीदारी पर कोई असर नहीं दिखा। कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक, नवरात्र से लेकर दिवाली के बीच देश भर में 1.25 लाख करोड़ रुपये का खुदरा कारोबार होने का अनुमान है।

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21 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी

कैट के मुताबिक, कोरोना से पूर्व काल यानी 2019 में इस अवधि में 80 हजार करोड़ रुपये का खुदरा कारोबार हुआ था। रिटेल एसोसिएशन आफ इंडिया के सर्वे के मुताबिक, इस साल सितंबर में रिटेल बिक्री में 2019 की समान अवधि के मुकाबले 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही और अक्टूबर माह में भी कमोबेश इतनी ही बढ़ोतरी के आसार हैं।

आटोमोबाइल्स सेक्टर को भी हुआ फायदा

आटो डीलरों के मुताबिक, नवरात्र से लेकर दिवाली के बीच दो लाख से अधिक पैसेंजर कार की बिक्री रही और आठ लाख वाहनों की बुकिंग की गई। फेडरेशन आफ आटोमोबाइल्स डीलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, नवरात्र में वाहनों की बिक्री में पिछले वर्ष नवरात्र के मुकाबले 57 प्रतिशत की तेजी रही है।

सोसायटी आफ इंडियन आटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) के आंकड़ों के मुताबिक, इस वर्ष सितंबर माह में पिछले साल सितंबर के मुकाबले पैसेंजर वाहनों की घरेलू बिक्री में 92 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने बताया कि नवरात्र की शुरुआत से लेकर धनतेरस तक देश भर में अब तक 1.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है।

उन्होंने कहा कि दिवाली की खरीदारी कई दिनों तक जारी रहती है, इसलिए यह अनुमान बढ़ सकता है। कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली से लेकर देश के तमाम थोक बाजार में दिवाली की खरीदारी के लिए जबरदस्त भीड़ देखी गई और लोगों ने कोरोना पूर्व काल में हुई खरीदारी के रिकार्ड को तोड़ दिया है। प्रीमियम उत्पादों की बिक्री 20 प्रतिशत बढ़ी।

त्योहारी सीजन के दौरान प्रीमियम और मध्यम श्रेणी के उत्पादों की बदौलत महंगाई के बावजूद कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और एफएमसीजी उत्पादों की बिक्री बढ़ी है। कंज्यूमर इलेक्ट्रानिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) का अनुमान है कि इस सेगमेंट के उत्पादों की बिक्री में संख्या के लिहाज से 20 प्रतिशत और मूल्य के लिहाज से 30 प्रतिशत की वृद्धि रही है।

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इस त्योहारी सीजन में प्रीमियम और मध्यम श्रेणी के उत्पादों की कुल बिक्री में वृद्धि रही है। सीईएएमए के प्रेसिडेंट एरिक ब्रेगेंजा का कहना है कि मध्यम और प्रीमियम सेगमेंट के उत्पादों की अंतिम तीन दिन बेहतर बिक्री रही है।

हालांकि, शुरुआती स्तर के उत्पादों की बिक्री में 10-15 प्रतिशत की गिरावट रही है। शुरुआती स्तर के उत्पादों की बिक्री में गिरावट का प्रमुख कारण उपभोक्ताओं की ओर से आधुनिक उत्पाद खरीदना और ग्रामीण बाजारों में तनाव रहना है।

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