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    'मुश्किल हो सकते हैं हालात', दार्जिलिंग में भूस्खलन के बाद भूटान ने दी एक और टेंशन

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 02:53 PM (IST)

    पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में बारिश के कारण भूस्खलन से 17 लोगों की जान गई राहत कार्य जारी है। भूटान ने वांगचू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण उत्तरी बंगाल में बाढ़ की चेतावनी दी है जिससे जलपाईगुड़ी और कूचबिहार ज़िलों में खतरा है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु ने दार्जिलिंग आपदा पर दुख जताया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

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    दार्जिलिंग में भूस्खलन के बाद भूटान ने दी एक और टेंशन। (फोटो- पीटीआई)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रविवार को बारिश के कारण भूस्खलन की घटना देखने को मिली। इस आपदा में 17 लोगों की जान गई है। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

    जहां एक ओर दार्जिलिंग में आज प्रकृतिक आपदा का सितम देखने को मिला है, तो दूसरी ओर एक बड़ी चुनौती की आहट भी देखने को मिल सकती है। वहीं, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु ने दार्जिलिंग आपदा पर दुख व्यक्त किया है।

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    बंगाल के इस क्षेत्र में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा

    भारी बारिश के बीच भूटान के अधिकारियों ने चेताया है कि वांगचू नदी का जलस्तर एक बांध से ऊपर बह रहा, लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण उत्तरी बंगाल में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। भूटान के अधिकारियों ने इस संबंध में बंगाल सरकार से किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है।

    बता दें कि भूटान बंगाल के उत्तर में स्थित है। वहीं, नीचे की ओर बहने वाला पानी जलपाईगुड़ी और कूचबिहार ज़िलों को प्रभावित करेगा। पिछले कुछ समय से लगातार हो रही बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हैं।

    भूटान में बांधी के ऊपर से बह रहा पानी

    भूटान के थिम्पू स्थित राष्ट्रीय जल विज्ञान एवं मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि उसे ड्रुक ग्रीन पावर कॉर्पोरेशन से जानकारी मिली है कि ताला हाइड्रोपावर बांध के गेट "नहीं खुल पाए हैं और नदी का पानी बाँध से ऊपर बह रहा है।

    बता दें कि ये जलविद्युत स्टेशन भूटान में वांगचू नदी पर स्थित है, जिसे भारत में प्रवेश करने के बाद रैदक के नाम से जाना जाता है। यह बांग्लादेश में प्रवेश करने से पहले बंगाल से होकर बहती है।

    भूटान ने जारी की चेतावनी

    गौरतलब है कि भूटान की ओर से ये चेतावनी ऐसे समय पर आई है, जब दार्जिलिंग में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में भूस्खलन हुआ है और सिक्किम से सड़क संपर्क टूट गया है। दार्जिलिंग में बड़ी संख्या में पर्यटकों के फंसे होने की संभावना है। इस आपदा में कम से कम 17 लोगों की जान गई है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु ने दुख व्यक्त किया है।

    पीएम मोदी ने दार्जिलिंग आपदा पर जताया दुख

    प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि दार्जिलिंग में एक पुल दुर्घटना में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुःखी हूँ। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

    आगे लिखा कि भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर दार्जिलिंग और आसपास के इलाकों की स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। हम प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

    राष्ट्रपति ने भी जताया दुख

    दार्जिलिंग में इस प्रकृतिक आपदा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा कि पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हुई दुखद जनहानि अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं बचाव एवं राहत कार्यों की सफलता की प्रार्थना करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।

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