Coronavirus: डॉक्टरों और नर्सों की ढाल बनेगा हजमत सूट, भारत करेगे निर्माण
कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों के लिए भारत अब हजमत सूट बनाने जा रहा है।
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज कर रहे डॉक्टरों के लिए पूरी दुनिया एक सुरक्षा कवच का काम कर रही है। इस सुरक्षा कवच का नाम है हजमत सूट। अब भारत भी स्वदेशी तौर पर हेल्थकेयर वर्कर और फ्रंटलाइन वारियर्स से मुकाबला करने के लिए हज़मट सूट का निर्माण करेगा। बता दें कि बाकी देशों में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इबोला हो या कोरोना जब-जब दुनिया में कहीं भी वायरस का हमला होता है तो हजमत सूट डॉक्टरों, नर्सों और हरेक जरूरतमंद के लिए ढाल बन जाता है। इसकी मदद से डॉक्टर हो या नर्स वह वायरस से संक्रमित होने से बचे रहते हैं। बुधवार को रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने भी हजमत सूट पहनकर कोरोना पीड़ितों का हालचाल जाना।
PLEASE RETWEET -
India will indigenously manufacture hazmat suits for healthcare worker and frontline warriors combating #COVID19.#StayAtHomeSaveLives #StayHomeStaySafe #StayHome #CoronaVirus #COVID2019 #coronavirusindia #CoronavirusOutbreak pic.twitter.com/ED3fvVS8WT
— Doordarshan National (@DDNational) March 27, 2020
हजमत सूट हेजार्डस मटेरियल सूट का संक्षिप्त नाम है। ये पूरे शरीर को ढक लेता है। यह खतरनाक पदार्थों, रसायनों और जैविक एजेंटों से सूट को पहनने वाली की रक्षा करता है। हजमत सूट पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) का ही एक रूप है जिसे अक्सर डॉक्टर और चिकित्साकर्मी मरीजों का इलाज करते समय पहनते हैं। इसके साथ चश्में भी पहने जाते हैं।
इसे पहनने के लिए दुनिया में अलग-अलग प्राटोकॉल है। इस दौरान वायरस या बीमारी के प्रसार को भी ध्यान रखा जाता है। इसका निर्माण इस तरह से किया जाता है कि कोई भी वायरस या नुकसान पहुंचाने वाला पदार्थ इसके अंदर प्रवेश न कर सके।
जानकारी के लिए बता दें कि दुनियाभर के करीब सभी देश कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, दुनियाभर के चार लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। वहीं भारत में भी लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।