'मेरे नाम से गढ़ी गई बात पूरी तरीके से गलत', 26/11 पर PM मोदी के बयान पर चिदंबरम का पलटवार
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री मोदी के एक बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें मोदी ने 26/11 के हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी की थी। चिदंबरम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनके नाम से गलत बातें जोड़ी हैं और यह पूरी तरह से काल्पनिक है। उन्होंने इस बयान को निराशाजनक बताया और कांग्रेस सरकार पर लगाए गए आरोपों का खंडन किया।

पी चिदंबरम, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता और देश के पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने पीएम मोदी के हालिया एक बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। चिदंबरम ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा उनके लिए कही गई बातें बिल्कुल गलत हैं और पूरी तरीके से काल्पनिक है।
दरअसल, कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मएक्स पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनके नाम से गलत बयान दिए जाने पर निराशा व्यक्त की।
पीएम मोदी के बयान पर चिदंबरम ने जताई कड़ी आपत्ति
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एक एक्स पोस्ट में लिखा कि मैं माननीय प्रधानमंत्री के शब्दोंको कोट कर रहा हूं, उन्होंने कहा कि भारत 26/11 के बाद जवाब देने के लिए तैयार था, लेकिन किसी देश द्वारा डाले गए दबाव के कारण, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने भारत के सशस्त्र बलों को पाकिस्तान पर हमला करने से रोक दिया। इस बयान के तीन भाग हैं, उनमें से प्रत्येक गलत हैं। यह पढ़कर निराशा होती है कि प्रधानमंत्री ने इन शब्दों की कल्पना की ओर उन्हें मेरे नाम से जोड़ दिया।
क्या बोले थे पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान आरोप लगाया था कि साल 2008 में मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई न करने का फैसला विपक्षी पार्टी ने अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे झुककर लिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुंबई न केवल आर्थिक राजधानी है, बल्कि भारत के सबसे जीवंत शहरों में से एक है। यही कारण है कि आतंकवादियों ने 2008 में एक बड़े हमले के लिए मुंबई को चुना। लेकिन उस समय सत्ता में रही कांग्रेस सरकार ने कमजोरी का संदेश दिया, आतंकवाद के आगे घुटने टेकने का संदेश दिया।
पीएम मोदी ने चिदंबरम के बयान का जिक्र किया
वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने एक साक्षात्कार में बड़ी बातें उजागर कीं। उनका दावा था कि मुंबई हमले के बाद, हमारी सेनाएं पाकिस्तान पर हमला करने के लिए तैयार थीं। पूरा देश यही चाहता था। लेकिन उस कांग्रेस नेता के अनुसार, तत्कालीन सरकार ने दूसरे देश के दबाव में भारतीय सेना को कार्रवाई करने से रोक दिया। कांग्रेस को हमें बताना चाहिए कि विदेशी दबाव में यह फैसला किसने लिया, किसने मुंबई की राष्ट्रीय भावनाओं से खिलवाड़ किया। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।