असम के बीटीसी चुनाव में BJP की हार, BPF का 40 में से 28 सीटों पर कब्जा
असम में बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) चुनावों में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने 40 में से 28 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया। निवर्तमान परिषद में गठबंधन सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल और बीजेपी को क्रमशः सात और पांच सीटें मिलीं। मोहिलरी देबरगांव निर्वाचन क्षेत्र से जीते लेकिन चिरांगद्वार सीट पर अपने पूर्व साथी खम्पा बोरगोयारी से हार गए। निवर्तमान बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोरो गोइमारी से जीत हासिल की।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने असम में बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) चुनावों में 40 में से 28 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की है। बता दें कि निर्वतमान परिषद में गठबंधन सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल और बीजेपी ने इस चुनाव में क्रमशः सात और पांच सीटें हासिल की हैं। बता दें कि साल 2020 के चुनाव के दौरान इन दोनों दलों के पास 12 और 9 सीटें थीं।
दरअसल,मोहिलरी देबरगांव निर्वाचन क्षेत्र से जीते, लेकिन चिरांगद्वार सीट पर अपने पूर्व साथी खम्पा बोरगोयारी से हार गए, जो यूपीपीएल में शामिल हो गए थे। वहीं, निवर्तमान बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोरो गोइमारी से जीत हासिल की है। हालांकि, दोतमा में बीपीएफ के प्रकाश बसुमतारी से हार गए।
इन प्रत्याशियों ने भी जीत की दर्ज
वहीं, अन्य प्रमुख विजेताओं में भैरबकुंडा से पूर्व मंत्री और बीपीएफ उम्मीदवार रिहोन दैमारी और बागानपारा निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व एजीपी मंत्री रेखारानी दास बोरो का नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि बीपीएफ 2020 के चुनावों में 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन यूपीपीएल ने भाजपा और गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) के साथ मिलकर परिषद का गठन किया। बीपीएफ एनडीए का भी एक घटक है।
22 सितंबर को हुए थे चुनाव
बता दें कि कोकराझार, चिरांग, बक्सा, उदलगुरी और तामुलपुर के पाँच जिलों वाली 40 सदस्यीय परिषद के लिए चुनाव 22 सितंबर को हुए थे।
कुल 26,58,153 मतदाताओं में से 78 प्रतिशत से अधिक ने 3,359 मतदान केंद्रों पर अपने वोट डाले थे, जिनमें 13,23,536 पुरुष, 13,34,600 महिलाएं और 17 अन्य लिंग के लोग शामिल थे।
2020 में क्या थे समीकरण?
बता दें कि निवर्तमान परिषद का नेतृत्व गठबंधन सहयोगी यूपीपीएल, भाजपा और जीएसपी कर रहे थे। 2020 के परिषद चुनावों में, यूपीपीएल ने 12 सीटें, भाजपा ने नौ और जीएसपी ने एक सीट जीती थी। वहीं, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। कांग्रेस को एक सीट मिली, जिसके निर्वाचित सदस्य बाद में भाजपा में शामिल हो गए।
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने क्या कहा?
इस चुनावी परिणाम पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरना ने कहा कि एनडीए बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) में अगली परिषद का गठन करेगा, हालांकि गायक जुबीन गर्ग के निधन के कारण चुनाव से तीन दिन पहले प्रचार अभियान रद करना भाजपा के लिए एक 'बड़ा झटका' था। बता दें कि 27 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में नए बोडो समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद यह दूसरा परिषद चुनाव है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
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