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    बिहार चुनाव से पहले EC ने समझाई पूरी टाइमलाइन, पढ़ें जुलाई से सितंबर तक क्या-क्या करने जा रहा निर्वाचन आयोग

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 10:00 PM (IST)

    बिहार विधानसभा चुनाव के बीच विपक्षी दल मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर निर्वाचन आयोग पर सवाल उठा रहे हैं। चुनाव आयोग पारदर्शिता लाने के लिए प्रयासरत है। राजनीतिक दलों के साथ बैठक में पुनरीक्षण की पूरी प्रक्रिया और समय-सीमा स्पष्ट की गई। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विभिन्न दलों के प्रतिनिधियों के मुद्दों को सुना और बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को समझाया।

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    Bihar Election: चुनाव आयोग ने समझाई टाइमलाइन।(फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में चढ़े राजनीतिक पारे के बीच एक तरफ जहां विपक्षी दल मतदाता गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया को लेकर भी भारत निर्वाचन आयोग को कठघरे में खड़ा करना चाहते हैं, वहीं चुनाव आयोग इस कोशिश में लगा है कि पारदर्शिता जनता के सामने आ जाए।

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    गुरुवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ हुई बैठक में पूरी प्रक्रिया और टाइमलाइन स्पष्ट करते हुए बताया कि पांच चरणों में किस तरह से पुनरीक्षण को पूरा किया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की मौजूदगी में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों द्वारा उठाए जा रहे मुद्दों को सुना और फिर बिहार में चल रहे पूरे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को डिकोड किया।

    यूं चरणबद्ध ढंग से होगा पुनरीक्षण

    पहला चरण

    25 जून से 3 जुलाई 2025 तक गणना फार्म (ईएफ) प्रकाशित और राज्य के लगभग 7.90 करोड़ मतदाताओं को वितरित किए जा रहे हैं जिसमें 23 जून 2025 तक के मौजूदा रिकार्ड के आधार पर आंशिक रूप से पहले से भरे हुए फार्म उपलब्ध करा रहे हैं। बीएलओ सभी मतदाताओं के घर-घर जाकर गणना फार्म पहुंचा रहे हैं।

    दूसरा चरण 

    दूसरे चरण में फार्म भरे जाएंगे और 25 जुलाई 2025 से पहले जमा किए जाने हैं। इस प्रक्रिया में बीएलओ के साथ-साथ मतदाताओं की सहायता के लिए स्वयंसेवक भी उपलब्ध हैं।

    तीसरा चरण

    तीसरे चरण में 25 जून से 26 जुलाई 2025 तक समानांतर चलने वाले इस चरण में पूर्ण किए गए गणना फार्म को बीएलओ द्वारा स्व-सत्यापित दस्तावेजों के साथ एकत्र किया जाएगा और दैनिक आधार पर बीएलओ एप/ईसीआइएनईटी के माध्यम से डाटा अपलोड भी किया जाएगा। फार्म एकत्र करते समय बीएलओ मतदाताओं को पावती रसीद जारी करेंगे।

    चौथा चरण 

    चौथा चरण में एक अगस्त 2025 को ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। सूची में वे सभी मतदाता शामिल होंगे, जिनके फार्म समय सीमा तक प्राप्त हो गए हैं। जिन नामों के लिए 25 जुलाई से पहले कोई गणना फार्म जमा नहीं किया गया है, वे ड्राफ्ट रोल में नहीं दिखाई देंगे।

    ईआरओ और एईआरओ फार्म की निर्धारित मानदंडों के आधार पर जांच करेंगे। ड्राफ्ट रोल की प्रतियां मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को निशुल्क दी जाएंगी और ईसीआइ की वेबसाइट पर अपलोड की जाएंगी।

    जो मतदाता प्रारंभिक समय सीमा से चूक जाते हैं, वे अभी भी घोषणा पत्र के साथ फार्म 6 का उपयोग करके दावों और आपत्तियों की अवधि के दौरान आवेदन कर सकते हैं। ड्राफ्ट रोल प्रकाशित होने के बाद भी बीएलए प्रतिदिन 10 फार्म जमा करना जारी रख सकते हैं। आखिरी चरण में एक अगस्त से एक सितंबर 2025 तक कोई भी आम आदमी दावे और आपत्तियां दाखिल कर सकता है। इस दौरान ईआरओ-एईआरओ आवेदनों और आपत्तियों की जांच करेंगे।

    दावों और आपत्तियों की दैनिक सूची ईआरओ होगा

    आम आदमी ड्राफ्ट रोल में शामिल किए जाने के लिए दावे दाखिल कर सकता है या मौजूदा प्रविष्टियों पर आपत्ति उठा सकता है। दावों और आपत्तियों की दैनिक सूची ईआरओ होगा।

    कार्यालयों में प्रदर्शित की जाएगी और मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी। राजनीतिक दलों के साथ साप्ताहिक अपडेट भी साझा किए जाएंगे। दावों और आपत्तियों के निपटारे के बाद अंतिम ईआर तैयार होगा।

    अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित की जाएगी। सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को हार्ड और साफ्ट कापी मुफ्त दी जाएगी और ईसीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी। यदि मतदाता आदेश के 30 दिनों के भीतर असंतुष्ट रहता है तो मुख्य निर्वाचन अधिकारी को आगे की अपील की जा सकती है।

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