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    Artificial Intelligence वरदान या अभिशाप! AI Drone ने अपने ही Operator की ली जान, जंग में कितना होगा कारगर?

    By Achyut KumarEdited By: Achyut Kumar
    Updated: Sun, 23 Jul 2023 06:20 PM (IST)

    Artificial Intelligence (AI ने सैन्य अभियानों में भी अपनी जगह बना ली है। अमेरिका और चीन जैसे देश सैन्य उद्देश्यों के लिए AI प्रौद्योगिकियों में तेजी से निवेश कर रहे हैं। इसके अलावा एआई सॉफ्टवेयर से लैस रूसी ड्रोन यूक्रेन में तैनात किए गए हैं जो सैन्य अभियानों में एआई का लाभ उठाने में वैश्विक रुचि को प्रदर्शित करता है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

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    Artificial Intelligence प्रौद्योगिकियों में तेजी से निवेश कर रहे अमेरिका-चीन, सैन्य अभियानों में किस तरह मदद करेगा AI?

    Artificial Intelligence and War: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई (AI) क्या इंसानों के लिए खतरनाक है? इसे लेकर दुनिया भर में बहस छिड़ी हुई है। इसी बीच एक खबर संयुक्त राज्य अमेरिका से सामने आई है कि एक एआई ड्रोन (AI Drone) ने अपने ही ऑपरेटर की जान ले ली। हालांकि, यह एक सिमुलेशन टेस्ट था। इसमें कोई व्यक्ति शामिल नहीं था। यह टेस्ट सेना की तरफ से किया जाता है, जिसका मकसद एआई की क्षमता की जांच करना है।

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    AI Drone ने ऑपरेटर को ही किया खत्म

    दरअसल, AI ड्रोन को इसके ऑपरेटर ने दुश्मन के एयर डिफेंस को मार गिराने का कमांड दिया था। वह उसे रास्ते में कुछ खतरों को मारने के लिए मना कर रहा था, जिस पर ड्रोन ने ऑपरेटर को ही खतरा समझा और उसे खत्म कर दिया। यानी ड्रोन से ऑपरेटर का सिग्नल टूट गया। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस सिमुलेशन टेस्ट में किसी भी वास्तविक व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।

    'AI को सावधानी से अपनाने की जरूरत'

    सिमुलेशन टेस्ट के चीफ कर्नल टकर सिंको हैमिल्टन (Colonel Tucker Cinco Hamilton) ने बताया कि एआई टेक्नोलॉजी के ऊपर पूरी तरह भरोसा करना सही नहीं है। उन्होंने एआई को सावधानी से अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। हैमिल्टन का यह भी मानना है कि एआई समाज और सेना को बदल रही है। 

    रक्षा क्षेत्र में AI का इस्तेमाल करना चाहता है अमेरिका

    बता दें, अमेरिका रक्षा क्षेत्र में AI का इस्तेमाल करना चाहता है। वह इससे जुड़े कई प्रशिक्षणों को अंजाम दे रहा है। कुछ समय पहले एफ-16 लड़ाकू जेट पर इसकी टेस्टिंग की गई थी।

    अमेरिकी वायु सेना ने AI Drone परीक्षण से किया इनकार

    अमेरिकी वायु सेना के प्रवक्ता एन स्टेफानेक ने कर्नल टकर हैमिल्टन द्वारा बताए गए किसी भी एआई-ड्रोन सिमुलेशन की घटना से इनकार किया है। स्टेफनेक ने जोर देकर कहा कि वायु सेना विभाग एआई प्रौद्योगिकी के नैतिक और जिम्मेदार उपयोग के लिए प्रतिबद्ध है। 

    डिफेंस आईक्यू के साथ पिछले साक्षात्कार में कर्नल हैमिल्टन ने समाज और सेना पर AI के परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया और इसकी उपस्थिति को स्वीकार करने और उसके अनुसार अनुकूलन करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

    AI का भविष्य कैसा रहेगा?

    फॉर्च्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले समय में AI हमारे दैनिक जीवन का एक नियमित हिस्सा बन जाएगा। चैटजीपीटी जैसे चैटबॉट पहले से ही घर और कार्यस्थल दोनों में विभिन्न गतिविधियों में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। हालांकि, AI ने अब सैन्य अभियानों में भी अपनी जगह बना ली है।

    एआई प्रौद्योगिकियों में तेजी से निवेश कर रहे अमेरिका-चीन

    संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन जैसे देश सैन्य उद्देश्यों के लिए एआई प्रौद्योगिकियों में तेजी से निवेश कर रहे हैं। एआई सॉफ्टवेयर से लैस रूसी ड्रोन यूक्रेन में तैनात किए गए हैं, जो सैन्य अभियानों में एआई का लाभ उठाने में वैश्विक रुचि को दर्शाता है।

    AI Research में 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा अमेरिका

    2021 में, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) ने सेना के लिए नई एआई प्रौद्योगिकियों (AI technologies) को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। अमेरिका ने अगले पांच वर्षों में एआई अनुसंधान (AI Research) में 1.5 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की है कि अमेरिकी सेना बहुत धीमी गति से प्रगति कर रही है, खासकर चीन की तुलना में।

    2021 की एक रिपोर्ट से पता चला है कि चीन विशेष रूप से सैन्य उपयोग के लिए AI सिस्टम और उपकरणों में सालाना 1.6 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश कर रहा है। 

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    अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

    एआई-संचालित ड्रोन में उन्नत कंप्यूटर विजन सिस्टम शामिल होते हैं, जो अपने वातावरण को सटीक रूप से समझने के लिए कैमरों और सेंसर का उपयोग करते हैं। ये सिस्टम ड्रोन को जटिल इलाकों में नेविगेट करने, बाधाओं का पता लगाने और उनसे बचने और यहां तक ​​कि सटीक युद्धाभ्यास करने में सक्षम बनाते हैं।

    एआई ड्रोन को स्वायत्त ड्रोन के रूप में भी जाना जाता है। यह ऐसा ड्रोन होता है, जो मानव हस्तक्षेप के बिना काम कर सकता है। यह AI से लैस होता है।

    AeroVironment एक यूएसए-आधारित कंपनी है। यह कंप्यूटर विजन और जीपीएस समन्वय का उपयोग करके किसी भी मार्ग पर स्वायत्त रूप से उड़ान भरने में सक्षम एआई-संचालित यूएवी बनाती है।