अमिताभ की 'फैंटम' और आमिर की 'घोस्ट' पर लगा 38 लाख का जुर्माना, लेकिन इसमें क्या है 'KGF' वाला ट्विस्ट?
बेंगलुरु में दो महंगी रोल्स रॉयस कारों पर भारी जुर्माना लगाया गया है क्योंकि उनके रोड टैक्स का भुगतान नहीं किया गया था। ये कारें कागजों पर अमिताभ बच्चन और आमिर खान के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। इन कारों को कुछ साल पहले खरीदा गया था और बेंगलुरु आ गई थीं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कहते हैं कि नाम में क्या रखा है? लेकिन कई मामलों में नाम ही पहचान होता है। बेंगलुरु में एक बेहद ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां दो महंगी कारों पर लाखों का जुर्माना लगाया गया है। हैरानी की बात ये है कि इन कारों के कागजों पर बॉलीवुड के फेमस एक्टर अमिताभ बच्चन और आमिर खान के नाम दर्ज थे।
दरअसल, फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन और आमिर खान के नाम पर रजिस्टर्ड दो रोल्स रॉयस कारों पर रोड टैक्स का भुगतान न करने पर 18 लाख और 19 लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया। गजब बात तो ये है कि ये कारें उनकी नहीं हैं, कम से कम मौजूदा समय तो नहीं।
तो क्या है फिर KGF वाला ट्विस्ट?
मामला कुछ ऐसा है कि ये दोनों ही कारें एक लोकल बिजनेसमैन-नेता यूसुफ शरीफ के पास हैं और इन्हें लोकल लोग केजीएफ बाबू के नाम से बुलाते हैं। इन अल्ट्रा-लक्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल यही करते हैं। उन्होंने कुछ साल पहले अमिताभ बच्चन और आमिर खान से ये कारें खरीदी थीं लेकिन उन्हें अपने नाम पर ट्रांसफर नहीं कराया था।
अमिताभ बच्चन से उन्होंने रोल्स रॉयस फैंटम और आमिर खान से रोल्स रॉयस घोस्ट खरीदी थी और दोनों ही कारें महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड हैं। हालांकि केजीएफ बाबू ने इन कारों को कब खरीदा था, इसकी सही तारीख नहीं पता चल पाई है। अगर आरटीओ की मानें तो रोल्स रॉयस फैंटम 2021 से बेंगलुरु में है और घोस्ट 2023 से।
जहां अमिताभ बच्चन वाली फैंटम पर 18.53 लाख रुपये और आमिर खान वाली घोस्ट पर 19.73 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। ये जुर्माना लोकल रोड टैक्स का भुगतान किए बिना कर्नाटक में लंबे समय से इस्तेमाल करने के लिए लगाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि रोल्स रॉयस फैंटम को पहली बार 2021 में टैक्स ने चुकाने के आरोप में पकड़ा भी गया था लेकिन उस समय तक इसका बेंगलुरु में एक साल का समय भी नहीं हुआ था इसलिए इसे बिना जुर्माने के छोड़ दिया गया था। अब ये पुष्टि हो चुकी है कि दोनों ही कारें निर्धारित नियम के मुताबिक, एक साल से कहीं ज्यादा की समय सीमा तक शहर में चल रही थीं तो ऐसे में इन पर जुर्माना लगाया गया है।
यूसुफ शरीफ का नाम क्यों पड़ा केजीएफ?
शरीफ कर्नाटक के माइनिंग टाउन कोलार गोल्ड फील्ड्स (केजीएफ) के रहने वाले हैं। इसी नाम पर साउथ की एक फिल्म भी बन चुकी है, जो ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।
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