म्यांमार में जन्म से लेकर गुजरात की राजनीति तक..., कैसे एक व्यापारी का बेटा बना सीएम? जानिए विजय रूपाणी की पूरी डिटेल
Vijay Rupani Profile अहमदाबाद में एक विमान दुर्घटना हुई जिसमें एअर इंडिया का विमान क्रैश हो गया। विमान में 242 यात्री सवार थे। दुखद खबर यह है कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे और उनकी मौत हो गई। रूपाणी 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। वे छात्र जीवन में ABVP से जुड़े और बाद में जनसंघ और बीजेपी में शामिल हुए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Vijay Rupani Death: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एक भीषण विमान हादसा हुआ है। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार को एअर इंडिया का एक यात्री विमान क्रैश हो गया। जानकारी के अनुसार, विमान के टेक ऑफ करने के कुछ देर बाद ही ये हादसा हुआ है। एअर इंडिया का ये विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। इस विमान में कुल क्रू मेंबर के साथ 242 यात्रियों के सवार थे।
वहीं, गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे। इस घटना में उनकी भी दुखद मौत हो गई। इस बात की पुष्टि दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो ने की है। विजय रूपाणी गुजरात के अगस्त 2016 से सितंबर 2021 तक गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में काम किया। भारतीय राजनीति में उनकी अपनी एक अलग पहचान रही है। आइए आपको इस लेख में विजय रूपाणी के जीवन से जुड़ी कुछ अहम जानकारी बताते हैं।
विजय रूपाणी का बचपन
विजय रूपाणी का जन्म म्यांमार (तत्कालीन बर्मा) की राजधानी रंगून में 2 अगस्त 1956 को हुआ था। बताया जाता है कि साल 1960 में उनके पिता राजकोट वापस लौट आए। रूपाणी जैन बनिया समुदाय से ताल्लुकात रखते हैं। उनके पिता एक व्यापारी थे। गुजरात आने के बाद उनकी पढ़ाई लिखाई यहीं से होने लगी।
छात्र जीवन में ABVP से जुड़े
बताया जाता है कि छात्र जीवन में ही विजय रूपाणी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (AVBP) के साथ जुड़े। यहीं से एक छात्र कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। साल 1971 में वे जनसंघ से जुड़े और स्थापना काल से ही बीजेपी से जुड़ गए।
बता दें कि विजय रूपाणी उन खांटी नेताओं में जाने जाते रहे हैं, जो शुरू से ही एक पार्टी से जुड़े और कभी भी अपनी विचारधारा को नहीं बदला। बताया जाता है कि छात्र जीवन के समय से ही रूपाणी का झुकाव जनसंघ की ओर रहा है। आगे चलकर विजय रूपाणी विधायक बने, राज्य में मंत्री रहे, राज्य सभा सांसद रहे। फिर उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री गुजरात की कमान भी संभाली।
पहली बार कब बने विधायक?
बता दें कि साल 2014 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव जीता। बता दें कि वाजुभाई वाला ने गवर्नर बनने के बाद अपनी सीट छोड़ी और उसके बाद उपचुनाव हुआ। इस उपचुनाव में बीजेपी ने रूपाणी को उम्मीदवार बनाया। उस उपचुनाव में विजय रूपाणी ने जीत हासिल की। वे भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गुजरात के राजकोट वेस्ट से विधायक रहे।
वहीं, आगे चलकर जब नवंबर 2014 में तत्कालीन गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल ने जब अपना कैबिनेट विस्तार किया, उसमें रूपाणी को मंत्रिमंडल में जगह मिली। उनको परिवहन, जल आपूर्ति, श्रम और रोजगार मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, विजय रूपाणी फरवरी 2016 से अगस्त 2016 तक बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। आगे चलकर 7 अगस्त 2016 को उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
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