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    भारतीय वायु सेना में शामिल हुआ TATA Nexon के इलेक्ट्रिक वाहनों का एक बेड़ा, एयर चीफ मार्शल ने दिखाई हरी झंडी

    By AgencyEdited By: Piyush Kumar
    Updated: Tue, 15 Nov 2022 05:23 PM (IST)

    वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में 12 इलेक्ट्रिक वाहनों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाई। भारतीय वायु सेना की कोशिश है कि पारंपरिक वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों को रिप्लेश किया जाए।

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    भारतीय वायु सेना ने इलेक्ट्रिक वाहनों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाई।(फोटो सोर्स: एएनआइ)

    नई दिल्ली, एजेंसी। कार्बन फुट प्रिंट में कटौती करने के लिए भारतीय वायु सेना ने आज यानी 15 नवंबर को एक बड़ा फैसला किया है। दरअसल इलेक्ट्रिक वाहनों के एक बैच को भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, ग्रीन मोबिलीटी को बढ़ावा देने के लिए भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के द्वारा टाटा नेक्सॉन (TATA Nexon) इलेक्ट्रिक वाहनों के एक बैच को हरी झंडी दिखाई गई।

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    बता दें कि वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में 12 इलेक्ट्रिक वाहनों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाई। भारतीय वायु सेना अपने डाउनग्रेडेड पारंपरिक वाहनों को प्रोग्रेसिव तरीके से हटा रही है। भातीय वायु सेना, अपने बेड़े में ई-वाहनों की खरीद करके उनके उपयोग की योजना पर आगे बढ़ रही है।

    पहले बैच को दिल्ली एनसीआर में किया गया है तैनात

    बता दें कि भारतीय वायु सेना की कोशिश है कि पारंपरिक वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों को रिप्लेश किया जाए। बता दें कि वायु सेना के विभिन्न ठिकानों पर चार्जिंग बुनियादी ढांचे की स्थापना सहित ई-वाहन पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार की भी योजना है। इलेक्ट्रिक कारों का पहले बैच को प्रदर्शन निगरानी और विश्लेषण के लिए दिल्ली एनसीआर इकाइयों में तैनात किया जाएगा।

    बता दें कि भारतीय वायु सेना ने इलेक्ट्रिक बसों और इलेक्ट्रिक कारों की खरीद के लिए भारतीय सेना के साथ बातचीत भी कर रही है। जिसके तहत अब वायु सेना भी अपने वाहनों के बेड़े में इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करेगी, जिससे ग्रीन मोबिलिटी की शुरूआत की पहल में सहायता मिल सके।इससे पहले वायु सेना ने सितंबर में बताया था कि वह 200 घंटों की उड़ान के लिए, 10 प्रतिशत मिश्रित बायो-डीजल पर विमानों की उड़ान के लिए AN-32 परिवहन विमानों को उड़ाने के लिए विचार कर रही है।

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