तुर्की के राष्ट्रीय ध्वज में मौजूद लाल रंग सैनिकों की शहादत का है प्रतीक, 1936 में मिली थी नेशनल फ्लैग को मान्यता
तुर्की का राष्ट्रीय ध्वज आयताकार लाल रंग का है। ध्वज में सफेद अर्धचंद्र और एक पांच-नुकीला तारा है। तुर्की के ध्वज में समय के साथ कई संशोधन भी हुए हैं। हालांकि इसे आधिकारिक तौर पर मान्यता 05 जून 1936 को मान्यता मिली थी। यहां पढ़ें तुर्की राष्टीय ध्वज के बारे में रोचक तथ्य।

एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली: तुर्की एक बेहद ही खूबसूरत देश जिसका अधिकांश हिस्सा एशिया और कुछ हिस्सा यूरोप में है। भौगोलिक दृष्टिकोण से यह देश बेहद ही खूबसूरत है। तुर्की देश यूरोप के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित है। इस देश की राजधानी का नाम अंकारा है, जबकि इस्तांबुल शहर इसका सबसे खूबसूरत व सबसे बड़ा बंदरगाह है। बात की जाए तुर्की राष्ट्रीय ध्वज की तो इसका राष्ट्रीय ध्वज लाल व सफेद रंग का है। तुर्की के राष्ट्रीय ध्वज में सफेद अर्धचंद्र और एक पांच-नुकीला तारा है। तुर्की के ध्वज में मौजूद सफेद अर्धचंद्र और तारा तुर्की के इतिहास की एक बेहद ही रोचक कहानी को बयां करता है। ऐसे में यदि आप भी तुर्की के ध्वज के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी हो सकता है।
तुर्की का संबंध प्राचीन काल से
तुर्की का राष्ट्रीय ध्वज आयताकार लाल रंग का है। इस ध्वज में सफेद रंग का अर्धचंद्र और पांच-नुकीला तारा है, जो झंडे के बाएं ओर स्थित है। वैसे तो ध्वज को लेकर अलग-अलग प्राचीन कहानियां हैं। बता दें, झंडे में मौजूद लाल रंग ओटोमन साम्राज्य द्वारा उपयोग किया जाता था। इसके अलावा, अर्धचंद्र और तारा इस्लाम का प्रतीक हैं। अर्धचंद्र 16वीं शताब्दी से ही झंडे में रहा है और अर्धचंद्र शहर बाइजानसियोन की संरक्षक देवी डायना का प्रतीक है, जबकि तारा, 1793 से ही झंडे पर है और इसका संबंध वर्जिन मैरी से है।
तुर्की के ध्वज में मौजूद लाल रंग उन सैनिकों के रक्तपात को दर्शाता है, जब फ्रांस, इंग्लैंड, ग्रीस और रूस की औपनिवेशिक शक्तियों के खिलाफ तुर्की के शहीदों ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपनी जान गंवाई थी।
ध्वज में कई संशोधन भी हुए
तुर्की के पारंपरिक ध्वज के बारे में बात की जाए तो इसमें पहले आठ बिंदु होते थे, जो साम्राज्य के आठ राज्यों में से प्रत्येक का प्रतिनिधित्व करते थे। साल 1923 में तुर्की गणराज्य की घोषणा के बाद ओटोमन साम्राज्य के इस ध्वज का उपयोग किया गया। हालांकि ध्वज में समय के साथ-साथ कई संशोधन भी किए गए। साल 1936 में इस ध्वज में से आठ बिंदुओं को हटाकर पांच कर दिया गया था।
इस दिन मिली औपचारिक मान्यता
तुर्की के ध्वज में समय के साथ-साथ कई बदलाव किए गए हैं। हालांकि टीएसई की ओर से 30 नवंबर, 2006 तो तुर्की ध्वज के लिए तथ्य, आधिकारिक मानदंड और विभिन्न कोड प्रकाशित किए गए। इसके अलावा, तुर्की के ध्वज के आधिकारिक रूप से 05 जून 1936 को मान्यता मिली थी।
तुर्की के बारे में पांच रोचक तथ्य
- तुर्की की मुद्रा का नाम लीरा है।
- तुर्की में सबसे ऊंचा स्थान माउंट अरारत है।
- तुर्की की राजधानी का नाम अंकारा है।
- तुर्की का आधिकारिक नाम तुर्की गणराज्य है।
- तुर्की का राष्ट्रगान शीर्षक इस्तिकलाल मार्सी है।
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