एटॉमिक बम झेलने वाला यह देश टेक्नोलॉजी में कैसे बना नंबर वन, डिसिप्लिन और यूथ भी बनाते हैं इसे खास
आज जापान दुनिया में टेक्नोलॉजी के मामले में सबसे आगे है। 1945 में परमाणु बम झेल चुके इस देश ने अपनी टेक्नोलॉजी से सबको दिखा दिया है कि एक भंयकर त्रासदी के बाद भी जापान में उभरने की क्षमता है। आज यह देश टेक्नोलॉजी के मामले में अन्य देशों की तुलना में 50 साल आगे है।

एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली: दुनिया का एक ऐसा देश जिसने परमाणु बम झेलने के बावजूद भी अपनी शिक्षा और दूरदर्शिता से अपने देश को नंबर वन बनाया। आज यह देश दुनिया का नंबर वन औद्योगिक रोबोट निर्माता है। यह देश अन्य देशों की तुलना में टेक्नोलॉजी के मामले में पचास साल आगे है। जी हां हम बात कर रहे हैं, टेक्नोलॉजी और अपनी खूबसूरती के लिए जाने वाले देश जापान की।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा पर 06 अगस्त 1945 में 'लिटिल बॉय' और नागासाकी पर 'फैट मैन' से 09 अगस्त, 1945 को हमला किया था। लेकिन परमाणु बम झेलने के बाद भी जापान ने अपने देश को दुनिया में एडवांस टेक्नोलॉजी बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है।
आज हम बात करेंगे उन तथ्यों के बारे में जिसने जापान को एटॉमिक बम झेलने के बावजूद भी दुनिया में टेक्नोलॉजी के मामले में नंबर वन बनाने में मदद की। तो चलिये जानते हैं, जापान आज बाकि देशों की तुलना में टेक्नोलॉजी के मामले में इतना एडवांस कैसे है।
एजुकेशन और इंजीनियरिंग
जापान टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया में नंबर वन देश इसलिए भी है, क्योंकि यह अपनी जीडीपी का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा पर खर्च करता है। जापान की शिक्षा प्रणाली और इंजीनियरिंग का अनोखा कॉम्बिनेशन ही है, जो इसे दुनिया में सबसे एडवांस टेक्नोलॉजी वाला देश बनाता है। इसके साथ ही जापान अपनी शिक्षा की गुणवत्ता, शिक्षा की प्रणाली और कौशल पर अधिक ध्यान देता है, जिसके कारण आज यह देश दुनिया में नंबर वन रोबोटिक्स देशों की सूची में अव्वल नंबर पर है।
रिसर्च पर निवेश
जापान टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया में इसलिए भी आगे है क्योंकि यह अपनी जीडीपी का बड़ा हिस्सा रिसर्च और विकास पर निवेश करता है। देश की सरकार और प्राइवेट संस्थान देश को टेक्नोलॉजी से संपूर्ण बनाने के लिए निरंतर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी में निवेश करती है।
बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर
जापान न केवल अपनी शिक्षा और रिसर्च पर निवेश करता है, बल्कि यह देश बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में भी सबसे आगे है। दरअसल जापान अपनी पंक्चुअलिटी के लिए जाना जाता है। यहीं वजह ही कि जापान ने समय को बचाने के लिए साल 1964 में ही बुलेट ट्रेन की शुरुआत करके पूरी दुनिया को दिखा दिया था, कि वह बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में भी सबसे आगे है।
रोबोटिक्स में अव्वल
जापान ने रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के क्षेत्र में दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है। इसकी मुख्य वजह जापान का 400 सालों से ज्यादा विदेशी तकनीक को अपनाना है। बता दें, जापानी कारीगरों ने 1603 से 1868 तक डच यांत्रिक ज्ञान का अध्ययन किया, जिससे उनमें बाहरी नवाचारों को बढ़ावा मिला। जापान की संस्कृति सदियों से इंजीनियरिंग और रोबोटिक्स संस्कृति को बढ़ावा दे रही है, जिसके कारण आज यह देश रोबोटिक्स के क्षेत्र में सबसे आगे है।
जापान की युवा पीढ़ी
जापान को टेक्नोलॉजी संपन्न देश बनाने में न केवल उसकी टेक्नोलॉजी, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर बल्कि एक बेहतरीन युवा पीढ़ी भी है। जापान को एक टेक्नोलॉजी संपन्न देश बनाने के लिए जापान की युवा पीढ़ी का भी पूरा सहयोग है। जापान की युवा पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। साथ ही जापान की युवा अपने काम व शिक्षा के प्रति बेहद ही अनुशासन में रहती है। यहीं कारण है कि जापान बाकी देशों की तुलना में टेक्नोलॉजी के मामले में पचास साल आगे है।
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