International Women's Day 2025: पढ़ें कौन थीं देश की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट, डॉक्टर और SC की जस्टिस
साल 1887 में आनंदी गोपाल जोशी देश की पहली डॉक्टर बनीं थीं। वर्ष 1848 में सावित्रीबाई फुले के नाम पहली महिला शिक्षिका का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। साल 1989 फातिमा बीवी को सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज के तौर पर नियुक्त किया गया था। हाल ही में उनकी मौत हो गई थी। उन्हें कई सम्मान से भी नवाजा गया था।

एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। आज महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना शानदार उपस्थिति दर्ज करवाई है। लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब उनके लिए बेसिक एजुकेशन हासिल करना भी किसी सपने से कम नहीं था। हालांकि, इन परिस्थितियों में भी कुछ महिलाएं ने हार नहीं मानी। उन्होंने न केवल इस दौर में खुद को साबित किया बल्कि मेडिकल, लॉ और जर्नलिज्म जैसे फील्ड में अपना नाम कमाया, जिसे उस दौर में तो कम से कम केवल पुरुषों के लिए ही जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के मौके पर आइए मिलते हैं, देश की पहली महिला जर्नलिस्ट, डॉक्टर और पायलट से।
आनंदीबाई जोशी
आनंदीबाई जोशी देश की पहली महिला डॉक्टर बनी थीं। उन्होंने अमेरिका से मेडिकल की पढ़ाई की थी। पुणे में जन्मीं आंनदीबाई महज14 साल की उम्र में मां बन गई थीं। लेकिन दस दिनों के भीतर ही उनके बच्चे की मौत हो गई थी। इस सदमे ने ही उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढ़न के लिए प्रेरित किया और इसका असर यह हुआ कि वे देश की पहली महिला डॉक्टर बन गईं।
फातिमा बीवी
फातिमा बीवी सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जस्टिस थीं। फातिमा का जन्म 30 अप्रैल 1927 में केरल के पाथनमिट्टा में हुआ था। पूर्व जस्टिस के पिता चाहते थे कि, वे लॉ फील्ड में अपना करियर बनाएं और इस वजह से उन्होंने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाया। लंबी प्रैक्टिस के बाद, साल 1989 वह सुप्रीम कोर्ट में पहली महिला जज के तौर पर नियुक्त हो हुई थीं। 96 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था।
होमी व्यारावाला
होमी व्यारावाला के नाम देश की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट का खिताब दर्ज है। उन्हाेंने पढ़ाई पूरी होने के बाद ही मुंबई के एक समाचात्र पत्र के लिए फोटो खींचना शुरू किया था और फिर आखिर में उन्होंने वक्त गुूजरने के बाद, इसे ही अपना प्रोफेशन बना लिया था। होमी ने आजादी से पहले और बाद के कई ऐतिहासिक क्षणाें को अपने कैमरे में कैद किया था।
सरला ठकराल
सरला ठकराल देश की पहली महिला पायलट थीं। सरला का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने 21 साल की उम्र में एविएशन पायलट का लाइसेंस हासिल किया था। सरला ने पहली बार, जब उड़ान भरी थी, सिर्फ शादीशुदा थीं। बल्कि चार साल के बेटी की मां भी थीं।
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