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    ओवैसी ने पूछा- मराठों को आरक्षण क्यों नहीं? रामदास अठावले का पलटवार, EWS के तहत 10% मिल रहा

    एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मराठा आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि मराठों को आरक्षण क्यों नहीं दिया। अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने ओवैसी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस के तहत मराठा समुदाय को 10 फीसदी आरक्षण मिल रहा है। ओवैसी के मंदिर वाले बयान पर भी अठावले ने प्रतिक्रिया दी।

    By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Sun, 02 Mar 2025 11:25 AM (IST)
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    केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले और असदुद्दीन ओवैसी। ( फाइल फोटो )

    एएनआई, नासिक। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) श्रेणी के तहत 10 फीसदी आरक्षण मिल रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने भी सरकारी नौकरियों में मराठों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया है।

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    रामदास अठावले ने आगे कहा, "यह सच है कि मुगलों ने महाराष्ट्र में आकर शासन किया। उन्होंने कई मंदिरों को तोड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मेरे मंत्रालय ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) को 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया था। इसमें बड़ी संख्या में मराठा समुदाय के लोग भी शामिल हैं। महाराष्ट्र सरकार ने भी सरकारी नौकरियों में मराठों को आरक्षण देने का फैसला किया है।"

    ओवैसी ने पूछा था- मराठों को आरक्षण क्यों नहीं?

    बता दें कि शनिवार को हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर कटाक्ष किया था। ओवैसी ने मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं देने पर केंद्र से सवाल पूछा था। ओवैसी ने कहा, "अगर नरेंद्र मोदी और भाजपा को छत्रपति संभाजी महाराज से इतनी ही आत्मीयता है तो मराठों को आरक्षण दें। आप ऐसा क्यों नहीं करते?"

    'सिर्फ 80 मंदिरों को नष्ट किया गया'

    एआईएमआईएम के 67वें वर्षगांठ पर ओवैसी ने अमेरिकी इतिहासकार रिचर्ड एम ईटन के हवाला से दावा किया कि मध्यकालीन भारत में मुस्लिम शासन के दौरान केवल 80 मंदिरों को तोड़ा गया था। वहीं कई हिंदू सम्राटों के शासनकाल में हजारों मंदिरों को नष्ट किया गया था।

    ओवैसी ने कहा, "वे मीडिया में हर जगह कहते हैं कि 400 साल पहले मंदिर ध्वस्त कर दिए गए थे। रिचर्ड एम ईटन (अमेरिकी इतिहासकार) ने अपनी पुस्तक 'टेम्पल डिसेक्रेशन एंड मुस्लिम स्टेट्स इन मीडिवल इंडिया' में लिखा है कि 11वीं शताब्दी से 1600 शताब्दी तक मुस्लिम शासन में 80 मंदिरों को नष्ट किया गया था।"

    पुष्यमित्र ने हजारो बौद्ध मंदिरों को तोड़ा

    ओवैसी ने दावा किया कि शुंग साम्राज्य के संस्थापक पुष्यमित्र शुंग ने बौद्धों के हजारों पूजा स्थलों को ध्वस्त किया था। क्या आप इस पर कोई फिल्म बनाएंगे? पल्लव सम्राट नरसिंहवर्मन प्रथम ने 1640 ई. में वातापी की राजधानी चालुक्य में एक गणेश मूर्ति चुराई थी। ह्वेन त्सांग ने लिखा है कि शशांक ने एक बोधि वृक्ष को कटवा दिया था।

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