शिवसेना के समय में वाहनों की बढ़ी हुई कीमत पर खरीद के मामले की जांच करेगी राज्य सरकार: देवेंद्र फडणवीस
Maharashtra में कोरोना के समय में राहत और पुनर्वास विभाग द्वारा वाहनों की खरीद में हुई कथित अनियतिताओं की राज्य सरकार जांच करेगी उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसकी घोषणा की है। मालूम हो कि उस दौरान शिवसेना की सरकार थी।
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र (Maharashtra) के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने बुधवार को कहा कि सरकार शिवसेना (Shiv Sena) के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) के नेतृत्व के सत्ता में रहते हुए राहत और पुनर्वास विभाग द्वारा वाहनों की हुई खरीद में कथित अनियमितताओं की जांच करेगी।
मालूम हो कि एक लोकल न्यूज चैनल (एबीपी माझा) के यह दावा किए जाने के बाद कि उनके पास इससे संबंधित दस्तावेज उपलब्ध हैं, जिसमें यह साफ नजर आ रहा है कि राहत और पुनर्वास विभाग (relief and rehabilitation department) ने कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) के समय में कथित रूप से बढ़ी हुई कीमतों पर वाहनों की खरीददारी की, फडणवीस ने जांच होने का ऐलान किया।
तीन करोड़ में हुई तीस लाख रुपये की बस की खरीद
इन्हीं दस्तावेजों के हवाले से चैनल ने दावा किया है कि खरीदे गए वाहनों में एक मिनी बस भी शामिल हैं, जिसे तीन करोड़ रुपये में खरीदा गया है, जबकि बाजार में इसकी कीमत 25 से 30 लाख रुपये है।
राज्य के गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे फडणवीस ने पत्रकारों के धोखाधड़ी के इस मामले के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'बढ़ी हुई कीमतों पर वाहनों की खरीददारी होने के आरोपों की सरकार जांच करेगी। सारी चीजें वक्त के साथ सामने आ जाएंगी।'
गौरतलब है कि कोरोना काल के समय में राहत और पुनर्वास विभाग के प्रमुख तत्कालीन कांग्रेस के मंत्री विजय वडेट्टीवार (Vijay Wadettiwar) थे।
कोरोना के समय में वाहनों की हुई थी खरीददारी
चैनल के मुताबिक, कोरोना के समय में आपदा का सामना करने के लिए उन्होंने कुल 18 वाहनों की खरीददारी की। गौरतलब है कि कोरोना काल के समय में राहत और पुनर्वास विभाग के प्रमुख तत्कालीन कांग्रेस के मंत्री विजय वडेट्टीवार थे।
चैनल के मुताबिक, कोरोना के समय में आपदा का सामना करने के लिए उन्होंने कुल 18 वाहनों की खरीददारी की। इन वाहनों को 'देवदूत' का नाम दिया गया था। उस दौरान राज्य के वित्त विभाग के आपत्ति जताए जाने के बावजूद भी इन्हें खरीदा गया था।
किसी भी जांच के लिए तैयार: तत्कालीन मंत्री
गौरतलब है कि कोरोना काल के समय में राहत और पुनर्वास विभाग के प्रमुख तत्कालीन कांग्रेस के मंत्री विजय वडेट्टीवार थे। चैनल के मुताबिक, कोरोना के समय में आपदा का सामना करने के लिए उन्होंने कुल 18 वाहनों की खरीददारी की। इन वाहनों को देवदूत का नाम दिया गया था।
उस दौरान राज्य के वित्त विभाग के आपत्ति जताए जाने के बावजूद भी इन्हें खरीदा गया था। इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तत्कालीन आपदा प्रबंधन एवं राहत एवं पुनर्वास मंत्री वडेट्टीवार ने कहा है कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं।
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