Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Maharashtra: 'राजनीति में धीरज रखना जरूरी', राज ठाकरे बोले- ...एक दिन बंद हो जाएंगे सारे लाउडस्पीकर

    By Jagran News Edited By: Anurag Gupta
    Updated: Sat, 09 Mar 2024 07:02 PM (IST)

    महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अपनी पार्टी के 18वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति में धीरज रखना जरूरी होता है। राज ठाकरे ने जनसंघ और भाजपा का उदाहरण देते हुए अपने कार्यकर्ताओं को धीरज का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि जनसंघ की स्थापना 1952 में हुई थी। फिर उसके नए स्वरूप भाजपा की स्थापना मुंबई में 1980 में हुई।

    Hero Image
    महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अपनी पार्टी के 18वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति में धीरज रखना जरूरी होता है। धैर्य रखने से ही कुछ प्राप्त हो सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कब हुई थी MNS की स्थापना?

    बता दें कि राज ठाकरे ने 18 वर्ष पहले अपने ताऊ शिवसेना संस्थापक बालासाहब ठाकरे से अलग होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) की स्थापना की थी। पार्टी की स्थापना के कुछ वर्ष तक उन्हें अच्छी सफलता मिलती रही। उनके 13 विधायक चुनकर आए और लोकसभा की कई सीटों पर उन्होंने शिवसेना को हराने में बड़ी भूमिका अदा की। मुंबई महानगरपालिका में ठीकठाक संख्या में उनके पार्षद चुनकर आए और नासिक महानगरपालिका में तो उनका महापौर भी बना, लेकिन उसके बाद उनकी पार्टी की प्रगति पर ब्रेक सा लग गया है। इससे कार्यकर्ताओं में कभी-कभी हताशा देखी जाती है।

    नासिक में पार्टी के 18वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने जनसंघ और भाजपा का उदाहरण देते हुए अपने कार्यकर्ताओं को धीरज का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा,

    जनसंघ की स्थापना 1952 में हुई थी। फिर उसके नए स्वरूप भाजपा की स्थापना मुंबई में 1980 में हुई। दीर्घ काल तक उसके कार्यकर्ताओं ने तपस्या की, तब आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन सके हैं।

    राज ठाकरे ने क्या कुछ कहा?

    राज ठाकरे ने अटल जी की सरकारों को भी याद करते हुए कहा कि पहले अटल जी सिर्फ 13 दिन के प्रधानमंत्री बने, फिर 13 महीने के, उसके बाद वह साढ़े चार साल प्रधानमंत्री रहे। इसलिए आप लोग भी धीरज रखिए। धीरज रखने से ही आपको भी सब कुछ प्राप्त होगा।

    यह भी पढ़ें: अब चव्हाण के बाद ठाकरे की बारी? NDA में MNS के शामिल होने के सवाल पर फडणवीस ने दिया ये दिलचस्प जवाब

    उन्होंने राकांपा में हुई टूट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राकांपा में ऊपर से फूट है, लेकिन अंदर सब मिले हुए हैं। अपनी पार्टी द्वारा समय-समय पर विभिन्न मुद्दों पर किए जाने वाले आंदोलनों की याद दिलाते हुए राज ठाकरे ने कहा,

    पिछले कुछ वर्षों में जितने सफल आंदोलन मनसे ने किए हैं, उतने किसी पार्टी ने नहीं किए।

    राज ठाकरे को याद आया पुराना आंदोलन

    अपनी पार्टी द्वारा मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों के विरुद्ध किए गए आंदोलन की याद दिलाते हुए राज ने कहा कि हमें एक बार सत्ता देकर देखिए। एक दिन में सारे लाउडस्पीकर बंद हो जाएंगे।

    यह भी पढ़ें: 'हिंदू हृदय सम्राट' को भी मिले भारत रत्न, MNS प्रमुख राज ठाकरे और संजय राउत ने उठाई मांग

    राज ठाकरे ने हाल ही में मराठा आरक्षण के लिए मनोज जरांगे पाटिल द्वारा किए गए आंदोलन का उल्लेख करते हुए कहा कि मनोज जरांगे को ऐसे-ऐसे आश्वासन दिए गए, जो कभी पूरे हो ही नहीं सकते। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाया कि ऐसे आश्वासन दिए ही क्यों जाने चाहिए, जिन्हें पूरा न किया जा सके।