अब कॉलेज में पढ़ाया जाएगा 'टेम्पल मैनेजमेंट' कोर्स, मुंबई विश्वविद्यालय ने ऑक्सफोर्ड सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज के साथ किया समझौता
मुंबई विश्वविद्यालय (एमयू ) जल्द ही ऑक्सफोर्ड सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज के सहयोग से एक मंदिर प्रबंधन पाठ्यक्रम शुरू करेगा। विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज और संस्कृत विभाग ने इसके लिए ऑक्सफोर्ड सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। बता दें कि मुंबई यूनिवर्सिटी में टेम्पल मैनेजमेंट कोर्स छह महीने का सर्टिफिकेट प्रोग्राम होगा जो ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी पेश किया जाएगा।
पीटीआई, मुबंई। मुंबई विश्वविद्यालय ने मंदिर प्रबंधन पर एक पाठ्यक्रम पेश करने के लिए ऑक्सफोर्ड सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत यह ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन मोड में पेश किए जाने वाले विभिन्न डिप्लोमा और प्रमाणपत्र स्तर के पाठ्यक्रमों में से एक होगा।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज ने अपने संस्कृत विभाग के साथ ऑक्सफोर्ड सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कोर्स डिग्री और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रमों के साथ हिंदू दर्शन के समग्र अध्ययन पर केंद्रित होगा।
मुंबई विश्वविद्यालय में 'मंदिर प्रबंधन' पाठ्यक्रम में क्या शामिल होगा?
मंदिर प्रबंधन पाठ्यक्रम इस्कॉन, शेगांव के गजानन महाराज मंदिर और श्री साईबाबा संस्थान ट्रस्ट जैसे प्रसिद्ध मंदिरों में प्रबंधन सिद्धांतों के व्यावहारिक ऐप्लिकेशन पर जोर देगा। साथ ही पाठ्यक्रम का फोकस हिंदू दर्शन के व्यापक अध्ययन पर होगा। जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई यूनिवर्सिटी में 'टेम्पल मैनेजमेंट' कोर्स छह महीने का सर्टिफिकेट प्रोग्राम होगा जो ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी पेश किया जाएगा।
इसमें सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम शामिल होंगे। भविष्य में, संस्थान छात्र की इच्छा और नौकरी की संभावनाओं के आधार पर इसे स्नातकोत्तर डिप्लोमा या एमबीए डिग्री तक विस्तारित कर सकता है। पाठ्यक्रम हिंदू अध्ययन केंद्र और संस्कृत विभाग द्वारा ऑक्सफोर्ड सेंटर के साथ मिलकर डिजाइन किया जाएगा।
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