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    संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर को EOW ने किया गिरफ्तार, अदालत ने पूछताछ के लिए पांच दिन की हिरासत में भेजा

    By Jagran NewsEdited By: Sonu Gupta
    Updated: Thu, 17 Aug 2023 07:53 PM (IST)

    मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर को कोरोना उपचार केंद्र स्थापित करने में अनियमितताओं से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने पाटकर को पूछताछ के लिए पांच दिन की हिरासत में भेज दिया है।

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    कोरोना उपचार केंद्र स्थापित करने में अनियमितताओं से जुड़े मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने सुजीत पाटकर को किया गिरफ्तार।

    मुंबई, मिड-डे। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर को कोरोना उपचार केंद्र स्थापित करने में अनियमितताओं से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है। पाटकर को इससे पहले ईडी ने कोरोना उपचार केंद्र घोटाले के मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।

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    कोर्ट ने पाटकर को पूछताछ के लिए हिरासत में भेजा

    एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने पाटकर को पूछताछ के लिए पांच दिन की हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले उनकी अग्रिम जमानत को अदालत ने खारिज कर दिया था, जहां सत्र अदालत ने कहा था कि उनकी हिरासत में पूछताछ आवश्यक है, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि मेडिकल और पैरा मेडिकल की आपूर्ति का इन्होंने अनुबंध किया था।

    जाली दस्तावेज बनाकर हासिल किया था अनुबंध

    ईओडब्ल्यू ने दावा किया कि उन्होंने मेसर्स लाइफलाइन हास्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज (एलएचएमएस) के लिए अनुबंध हासिल करने के लिए जाली दस्तावेज बनाए थे। पाटकर एलएचएमएस के साझेदारों में से थे और अनुबंध प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वर्ली और दहिसर कोरोना उपचार केंद्र के लिए कर्मचारी भी फर्जी थे।

    भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दर्ज कराया था मामला

    भाजपा नेता किरीट सोमैया ने पिछले साल अगस्त में आजाद मैदान में मामला दर्ज कराया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि एलएचएमएस ने बीएमसी से अनुबंध हासिल करने के लिए झूठे दस्तावेज जमा किए हैं और बीएमसी को 36 करोड़ रुपये का धोखा दिया है। धन के दुरुपयोग के आरोपों के बाद मुंबई पुलिस ने अपराध दर्ज किया और ईओडब्ल्यू ने जांच की। ईडी ने मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की और पिछले महीने पाटकर और एक अन्य आरोपित को गिरफ्तार किया।