महाराष्ट्र बोर्ड परीक्षाओं में बुर्का पहनने को लेकर विवाद, प्रतिबंध लगाने की मांग फिर से उठी
महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने राज्य बोर्ड परीक्षाओं में 10वीं और 12वीं की लड़कियों के बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। नितेश राणे ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में राज्य के शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है। राणे ने परीक्षा में गड़बड़ी और धोखाधड़ी की घटनाओं का हवाला देते हुए बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।

मिड-डे, मुंबई। महाराष्ट्र में बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले बुर्के को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री नितेश राणे ने पिछले महीने बुर्का पहन कर परीक्षा देने वाली छात्राओं पर रोक लगाने की मांग पर अखिल भारतीय उर्दू शिक्षक संघ ने शिक्षा मंत्री से राज्य बोर्ड को एक लिखित निर्देश जारी करने का आग्रह किया है।
बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग
निर्देश में यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि राज्य भर में किसी भी परीक्षा केंद्र पर किसी भी छात्रा को बुर्का पहनने के लिए रोका या प्रवेश से वंचित नहीं किया जाएगा। राणे ने परीक्षा में गड़बड़ी और धोखाधड़ी की घटनाओं का हवाला देते हुए बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बुर्के पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
राज्य के मंत्री नितेश राणे ने कही ये बात
29 जनवरी को लिखे अपने पत्र में राणे ने नकल के बारे में चिंताओं का हवाला देते हुए राज्य सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग से एसएससी और एचएससी बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों पर बुर्के पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था। शिक्षा मंत्री दादा भुसे को संबोधित करते हुए राणे ने हिंदू और मुस्लिम छात्रों के लिए समान नियम की मांग की थी।
राणे ने कहा कि हिंदुत्व विचारधारा का पालन करने वाली हमारी सरकार तुष्टीकरण की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी। जो नियम हिंदू छात्रों पर लागू होते हैं, वे मुस्लिम छात्रों पर भी लागू होने चाहिए। जो लोग बुर्का या हिजाब पहनना चाहते हैं वे घर पर ऐसा कर सकते हैं यदि यह उनकी निजी पसंद है, लेकिन परीक्षा केंद्रों पर उन्हें अन्य छात्रों की तरह अपनी परीक्षा देनी चाहिए।
मुस्लिम शिक्षकों की तीखी प्रतिक्रिया
राणे के बयान पर उनके बयान पर विपक्षी नेताओं और मुस्लिम शिक्षकों की तीखी प्रतिक्रिया आई है, जिन्होंने तर्क दिया कि राणे का पत्र धार्मिक स्वतंत्रता को लक्षित करता है। पिछले हफ्ते मीडिया को संबोधित करते हुए राणे ने आगे कहा था कि अगर वे बुर्का पहनकर परीक्षा देना चाहते हैं, तो उन्हें बांग्लादेश और पाकिस्तान जाना चाहिए। हमारे देश में हम शरिया कानून नहीं, बल्कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा तैयार संविधान का पालन करते हैं।
भारत में हिजाब पर बहस फिर से शुरू
परीक्षा केंद्रों में बुर्के पर प्रतिबंध की मांग ने भारत में हिजाब पर बहस फिर से शुरू कर दी है, जिससे धार्मिक स्वतंत्रता और छात्रों के अधिकारों पर चिंता बढ़ गई है। राज्य सरकार ने अभी तक राणे के पत्र पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी नहीं की है। हालांकि, स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने आश्वासन दिया है कि बोर्ड परीक्षा के दौरान बुर्के पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
कक्षा 10 की परीक्षाएं 21 फरवरी से
गौरतलब है कि राज्य में कक्षा 10 (एसएससी) की परीक्षाएं 21 फरवरी से 17 मार्च तक होने वाली हैं, जबकि कक्षा 12 (एचएससी) की परीक्षाएं 11 फरवरी से 11 मार्च, 2025 तक आयोजित की जाएंगी।
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