मजार में बदली मुंबई विस्फोट के दोषी याकूब मेनन की कब्र, भाजपा नेता बोले- उद्धव के सीएम रहते हुआ ये काम
1993 के मुंबई विस्फोट के दोषी याकूब मेमन की कब्र पर को मजार में बदल दिया गया है उस पर एलइडी लाइट और संगमरमर की टाइल से सजावट की गई है। इस पर भाजपा नेता राम कदम ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को दोषी ठहराया है।

मुंबई, जागरण आनलाइन डेस्क। मुंबई से एक चौंकाने वाली घटना सामने आयी है, यहां दक्षिण मुंबई के मरीन लाइन्स इलाके में बड़ा कब्रिस्तान में 1993 के मुंबई विस्फोट (1993 Mumbai blast) के दोषी याकूब मेमन (Yakub Memon) की कब्र पर एलईडी लाइट और संगमरमर की टाइलें लगाई गई हैं।
जिस स्थान पर याकूब मेमन के शरीर को दफनाया गया था (बड़ा कब्रिस्तान स्थल) ये स्थान वक्फ बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आता है।
याकूब मेमन को 1993 के मुंबई बम धमाकों में वित्तीय संलिप्तता के लिए दोषी ठहराया गया था। उसका भाई टाइगर मेमन बम धमाकों के प्रमुख संदिग्धों में से एक है। उसकी सभी अपीलों और क्षमादान की याचिका खारिज होने के बाद, याकूब को 30 जुलाई, 2015 को नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी।
भाजपा नेता नाम कदम ने किया ट्वीट
याकूब की कब्र को मजार में बदलने के लिए भाजपा ने एमवीए की खिंचाई करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता राम कदम (Ram Kadam) ने पिछली उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार पर दोषी आतंकवादी की कब्र को सुशोभित करने का आरोप लगाया।
याकूब के रिश्तेदार आते हैं सफाई करने
मिली जानकारी के अनुसार मेमेन वाली कब्र के स्थान को बहुत पहले लिया गया था। याकूब की क्रब के करीब तीन अन्य कब्र भी हैं जो उनके रिश्तेदार की बतायी जा रही हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार ऐसा भी कहा जा रहा है कि ये किसी की शरारत है। पूरे कब्रिस्तान में ही लाइटें लगी हुई हैं जो शाम 6 से रात 11 बजे तक जली रहती हैं।
याकूब के रिश्तेदार यहां कब्र की साफ सफाई के लिए आते हैं। यहां और भी बहुत सी कब्र हैं जिस पर संगमरमर का पत्थर लगा हुआ है। शब ऐ बारात पर पूरे कब्रिस्तान को लाइटों से सजाया जाता है, हो सकता है ये उसी समय का फोटो हो।
कौन था याकूब मेमन ?
याकूब मेमन 12 मार्च, 1993 को मुंबई में हुए सिलसिलेवार धमाकों के मास्टर माइंड टाइगर मेमन का भाई था। इस परिवार के चार सदस्यों याकूब मेमन, यूसुफ मेमन, ईसा मेमन एवं रूबीना मेमन को विस्फोट की साजिश एवं आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप में दोषी पाया गया था।
याकूब मेमन उन 12 दोषियों में से एक था, जिन्हें टाडा अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी। लेकिन इस मामले में फांसी सिर्फ याकूब मेमन को ही दी जा सकी है। इस विस्फोटकांड में 12 स्थानों पर हुए सिलसिलेवार धमाकों में 257 लोग मारे गए थे, और 713 लोग घायल हुए थे।
इस मामले का मास्टर माइंड माना जानेवाला याकूब का बड़ा भाई टाइगर मेमन अभी भी भगोड़ा घोषित है। हाल ही में केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने उस पर 15 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है।
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