MP में चुरहट एसडीएम का रीडर 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार, लोकायुक्त ने की कार्रवाई
रीवा लोकायुक्त टीम ने चुरहट एसडीएम कार्यालय के रीडर रामहित तिवारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एक जमीन विवाद ...और पढ़ें

लोकायुक्त टीम की गिरफ्त में आरोपी रीडर (मध्य में)
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की सख्त कार्रवाई सामने आई है। रीवा लोकायुक्त की टीम ने चुरहट एसडीएम कार्यालय में पदस्थ रीडर (स्टेनो) को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से एसडीएम कार्यालय में हड़कंप मच गया।
लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को यह ट्रैप कार्रवाई चुरहट-बीछी रोड स्थित सरयू प्रसाद प्रजापति की किराना दुकान के बाहर अंजाम दी। पकड़ा गया आरोपी रामहित तिवारी, एसडीएम कार्यालय में रीडर के पद पर पदस्थ है।
जमीन विवाद के नाम पर मांगी थी रिश्वत
लोकायुक्त को दी गई शिकायत में गजेंद्र सिंह पटेल (34), निवासी पड़खुरी गांव ने बताया कि उनकी पुश्तैनी भूमि को भाई के निधन के बाद भाभी द्वारा अपने नाम दर्ज करवा लिया गया था। चूंकि भूमि को लेकर पहले से वसीयतनामा मौजूद था, इसलिए उन्होंने वारसान दर्ज कराने के लिए तहसील चुरहट में अपील की थी, जिस पर एसडीएम द्वारा स्थगन आदेश जारी किया गया था।
आरोप है कि इस आदेश को अपने पक्ष में कराने के लिए रीडर रामहित तिवारी ने 50 हजार रुपये की मांग की थी। पीड़ित के अनुसार, आदेश निरस्त होने के डर से वह पहले ही 25 हजार रुपये दे चुका था, जबकि शेष राशि के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
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सत्यापन के बाद बिछाया जाल
शिकायत मिलने पर प्रभारी पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार के निर्देशन में मामले का सत्यापन कराया गया, जिसमें रिश्वत की मांग सही पाई गई। इसके बाद 26 दिसंबर को लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को 10 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। लोकायुक्त टीम आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है।

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