Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मैहर के मदरसा में बंगाल से पढ़ाने आया मौलाना निकला बांग्लादेशी, बनवा लिए थे फर्जी दस्तावेज, SIR से खुली पोल

    Updated: Wed, 24 Dec 2025 09:59 PM (IST)

    सतना में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण में, मैहर जिले के एक मदरसा में बंगाल से आए मौलाना ने भारतीय नागरिकता के फर्जी दस्तावेज बनवाए। समग्र, वोटर ...और पढ़ें

    Hero Image

    फर्जी पहचान पत्र (प्रतीकात्मक चित्र)

    डिजिटल डेस्क, जबलपुर। सतना में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में सामने आया है कि मध्य प्रदेश के मैहर जिले के एक मदरसा में बंगाल से आकर पढ़ा रहे मौलाना ने भारतीय नागरिकता संबंधी अपने दस्तावेज भी बनवा लिए थे। समग्र, वोटर आईडी, आधार कार्ड बनवाने के साथ ही वह बीपीएल योजना का हितग्राही भी बन गया था। SIR में अनमैप्ड वोटर के रूप में उसकी पहचान हुई तो मौलाना के बांग्लादेशी होने का राजफाश हुआ। प्रशासन ने उसके सभी दस्तावेज निरस्त कर दिए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Fake A M 25626

    जानकारी के मुताबिक मोहम्मद कौसर आलम बीते पांच-छह वर्षों से मुकुंदपुर की दरगाह स्थित मदरसा में बतौर शिक्षक रह रहा था। वह आसपास के क्षेत्र में झाड़-फूंक भी करने भी जाता था। बंगाल से आए कौसर ने बांग्लादेशी होने की अपनी पहचान छिपाने के लिए पहले स्थानीय पते का आधार कार्ड बनवाया, फिर निवास स्थान बदलकर द्वारा-सुल्तान अली, निवासी मुकुंदपुर, तहसील अमरपाटन करवा लिया।

    fake S M 2154

    इसके बाद वोटर आईडी, समग्र आइडी बनवाकर बीपीएल कार्ड जैसे अन्य लाभ भी हासिल कर लिए। जांच के दौरान उसके माता-पिता बांग्लादेश से जुड़े मिले हैं। हालांकि अभी जिला प्रशासन ने उसके विरुद्ध कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की है। वहीं उसकी समग्र आईडी में कौसर (41) के अलावा फरहीन बेगम (25), फैजान रजा (6) और कशीफा बानो (3) के नाम भी दर्ज हैं।

    यह भी पढ़ें- MP के राजगढ़ से भागे प्रेमी युगल ने राजस्थान में रचाई शादी, फिर जहर खाकर दी जान, पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार

    एसपी ने मांगी जानकारी

    कौसर आलम की पहचान का पता तब चला, जब वह SIR सर्वे के दौरान अनमैप्ड हो गया। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी प्रशासन को लगी और जांच के दौरान उसके बाहरी होने की जानकारी सामने आई।

    मैहर एसपी अवधेश प्रताप सिंह के पास उसके पासपोर्ट के आवेदन का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) पहुंचने की जानकारी भी मिली है। एसपी ने कलेक्टर रानी बाटड से इस संबंध में जानकारी उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है कि आखिर उसके ये दस्तावेज तैयार कैसे हो गए। इस संबंध में एसपी से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।


    SIR में अनमैप्ड होने के बाद मामला सामने आया है। समग्र आइडी निरस्त करते हुए उसकी सूचना भोपाल मुख्यालय भी भेज दी गई है।
    -वेदमणि मिश्रा, सीईओ, जनपद पंचायत अमरपाटन।

    हमारी ओर से संबंधित व्यक्ति का गरीबी राशन कार्ड नहीं बनवाया गया है। जानकारी सामने आने के बाद बीपीएल कार्ड निरस्त कर दिया गया है।
    -आरडी साकेत, तहसीलदार, अमरपाटन।