नीमच में बुजुर्ग दंपती को 15 दिन रखा Digital Arrest, 60 लाख की एफडी तुड़वाई, बेटी की सूझबूझ ने साइबर ठगी से बचाया
नीमच में एक वृद्ध दंपती साइबर ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बचे। ठगों ने उन्हें 15 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर 60 लाख रुपये की एफडी तुड़वा ली। इंदौ ...और पढ़ें

साइबर ठगों के जाल में फंसे बुजुर्ग दंपती (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, इंदौर। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच नीमच में बेटी की जागरूकता से एक वृद्ध दंपती को ठगों के जाल से बाहर निकालने का मामला सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि ठगों ने दंपती को 15 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उनसे 60 लाख रुपये की एफडी तक तुड़वा ली। समय रहते बेटी को शंका हुई तो उसने साइबर सेल को सूचना दी, जिससे बड़ी ठगी टल गई।
जानकारी के मुताबिक इंदौर में रह रही महिला ने नीमच के विकास नगर निवासी अपने 67 वर्षीय माता और 74 वर्षीय पिता की बदली हुई मनोदशा को भांपते हुए साइबर क्राइम ब्रांच इंदौर के एसआई शिवम ठक्कर को जानकारी दी। 22 दिसंबर को साइबर सेल नीमच के प्रभारी प्रदीप शिंदे को सूचना दी गई। एसपी अंकित जायसवाल के निर्देश पर साइबर सेल की टीम महज सात मिनट में दंपती के घर पहुंची और करीब दो घंटे तक चर्चा की।
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उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिनों से वे घर में डिजिटल अरेस्ट हैं। पति-पत्नी दोनों शासकीय सेवा में रहे हैं। उन्होंने कहा कि आठ दिसंबर से वाट्सएप पर लगातार कॉल आ रहे थे। कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को दिल्ली का पुलिस कमिश्नर बता रहा था। उसने मनी लांड्रिंग केस में कार्रवाई का डर दिखाकर 60 लाख रुपये की एफडी तुड़वा ली। एफडी तुड़वाने की प्रक्रिया उन्होंने इंदौर में रहने वाली बेटी से पूछी, जिस पर उसे शंका हुई।
डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ नहीं होता। पुलिस और अन्य एजेंसियां कोई कार्रवाई करती हैं तो संबंधित को तलब करती हैं या खुद जाती हैं। वर्चुअल पूछताछ नहीं करतीं। लोगों से अपील है कि वे ऐसे मामले की सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन दें। साइबर सेल में शिकायत करें, ताकि साइबर क्राइम की घटनाओं को रोका जा सके।
- अंकित जायसवाल, एसपी नीमच
पिछले दिनों मुरैना की बेटी ने पिता को बचाया था
पिछले दिनों ऐसा ही मामला आया था, दिल्ली के लाल किला बम विस्फोट में आतंकियों का साथी बताकर साइबर ठगों ने प्रदेश के मुरैना में जूता व्यापारी 55 वर्षीय रामसेवक शिवहरे को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की कोशिश की। हालांकि व्यापारी की बेटी प्रमिला की समझदारी और सतर्कता से यह साजिश नाकाम हो गई। उसने समय रहते हालात को भांप लिया और पिता को ठगी से बचा लिया।

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