इंदौर : मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तारी का डर दिखाकर रिटायर्ड मैनेजर को किया डिजिस्ट अरेस्ट, पांच लाख रुपये ठगे
इंदौर में साइबर अपराधियों ने एसबीआई के रिटायर्ड डिप्टी मैनेजर को मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तारी का डर दिखाकर पांच लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने जेट एयरवे ...और पढ़ें

बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, इंदौर। इबर अपराधियों ने स्टेट बैंक आफ इंडिया (SBI) के रिटायर्ड डिप्टी मैनेजर से पांच लाख रुपये की ठगी की है। उन्होंने जेट एयरवेज केस और मनी लांड्रिंग मामले में जेल भेजने का डर दिखाकर पांच दिनों तक वीडियो कॉल पर पूछताछ की फिर बैंक खातों का सत्यापन करने को कहा। इस दौरान पीड़ित से पांच लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। इसके बाद 41 लाख रुपये और मांगे। पीड़ित बुजुर्ग रुपये निकालने बैंक भी पहुंच गए, लेकिन बेटे ने उन्हें बचा लिया।
जेट एयरवेज केस में दिखाई संलिप्तता
पुलिस के अनुसार पीड़ित के मोबाइल पर 17 नवंबर को अनजान नंबर से काल आया था। ठग ने पहले जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल की तीन चार तस्वीरें भेजीं। बाद में वाट्सएप कॉल कर कहा कि नरेश ईडी की जांच में आरोपित है। पूछताछ में उसने आपका नाम कुबूला है। आपने उसके साथ मिलकर 20 करोड़ रुपये की हेराफेरी (मनी लांड्रिंग) की है। आपके नाम से मुंबई की कैनरा बैंक में खाता भी खोला है। आपका गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है, पुलिस आपको गिरफ्तार करने आ रही है।
इस तरह अलग-अलग जांच एजेंसी के अफसर बनकर ठग पांच दिनों तक उनसे पूछताछ करते रहे। इस बारे में किसी को कुछ न बताने या चर्चा नहीं करने की भी धमकी दी थी।
बैंक अफसरों को हुआ शक
ठगों ने पांच लाख रुपये लेने के बाद 41 लाख और मांगे तो पीड़ित रिटायर्ड मैनेजर बैंक पहुंचे। वहां अफसरों को शक हुआ तो उन्होंने उन्होंने बेटे को खबर की। बेटे ने तुरंत रुपये होल्ड करवाए और पिता से पूछताछ कर साइबर हेल्पलाइन-1930 पर शिकायत करते हुए आरोपितों के बैंक खाते फ्रीज करवाए।

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