विदेशी आतंकियों से कनेक्शन बताकर डराया, 6 दिन रखा डिजिटल अरेस्ट, शिवपुरी में रिटायर्ड प्यून से 10 लाख रुपये की ठगी
शिवपुरी में साइबर ठगों ने एक सेवानिवृत्त चपरासी दीनानाथ शर्मा को मुंबई पुलिस अधिकारी बताकर 10 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने उन्हें आतंकवाद और अंतरराष्ट्री ...और पढ़ें

सेवानिवृत्त कर्मचारी से साइबर ठगी (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, ग्वालियर। शिवपुरी में साइबर ठगों ने कोर्ट से रिटायर्ड एक प्यून के साथ 10 लाख रुपये ठग लिए। अज्ञात आरोपियों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर पीड़ित को आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय लेन-देन के झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी दी और छह दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। बेटे से संपर्क होते ही पूरे मामले का खुलासा हुआ, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
पीड़ित दीनानाथ शर्मा (63), निवासी विवेकानंद कॉलोनी शिवपुरी (मूल निवासी गोहद, जिला भिंड) ने बताया कि 9 दिसंबर 2025 को उनके व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ‘गजेन्द्र’ बताते हुए मुंबई पुलिस का इंस्पेक्टर होने का दावा किया। उसने कहा कि दीनानाथ शर्मा की आईडी कनाडा में एक आतंकी के पास मिली है और उनके नाम पर वहां 500 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।
खाता खाली कराने की कोशिश
पीड़ित रिटायर्ड प्यून उस समय भिंड में थे। उन्होंने उसे बताया कि उनका घर शिवपुरी में भी है, तो ठग ने उनसे वहां जाने को कहा रुकने को कहा और खुद की निगरानी में रखने की बात कही। ठग उस समय दीनानाथ शर्मा से लगातार संपर्क में रहा। 12 दिसंबर को ठगों ने बताया कि उनके खाते में 24 लाख रुपये हैं, जिन्हें ‘सुरक्षित’ करने के लिए ट्रांसफर करना जरूरी है।
भयभीत दीनानाथ शर्मा ने 12 और 15 दिसंबर को चेक के जरिए कुल 10 लाख रुपये ठगों के बताए खातों में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ठगों ने शेष 14 लाख रुपये की भी मांग की।
चेक बुक खत्म होते ही खुली पोल
कुछ चेक गलत होने से रिजेक्ट हो गए और चेक बुक खत्म हो गई। नई चेक बुक के लिए दीनानाथ शर्मा ने बेटे प्रमोद से संपर्क किया और पूरी घटना बताई। तभी उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद पिता-पुत्र ने कोतवाली थाने पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई।
यह भी पढ़ें- 'MP में ठेके पर चल रहे थाने...' कांग्रेस विधायक का पुलिस पर गंभीर आरोप, कहा- अपराध को मिल रहा संरक्षण
30 दिसंबर को भी ठग का फोन आया, लेकिन उस समय थाने में मौजूद दीवान को देखकर दीनानाथ शर्मा ने कॉल काट दी। पुलिस जांच में सामने आया है कि ठगी की रकम जिन खातों में ट्रांसफर हुई, उनमें एक खाता सचिन प्रजापति के नाम पर और दूसरा ‘डीडी प्लास्टिक’ के नाम से दर्ज है।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।