Shivpuri: बेटियों की शादी, नौकरी और रुपयों का लालच देकर करा रहे थे मतांतरण, पटवारी व तीन शिक्षक-शिक्षिकाएं गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बदरवास क्षेत्र में मतांतरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने एक पटवारी, तीन शिक्षकों और एक पादरी को गिरफ्तार किया है। इन ...और पढ़ें

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।
डिजिटल डेस्क, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील अंतर्गत बदरवास क्षेत्र में मतांतरण के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक पटवारी, तीन शिक्षक-शिक्षिकाओं और एक पादरी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये लोग बीते कई वर्षों से आदिवासी और भील समाज के लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे थे।
सरकारी पदों का दुरुपयोग कर चल रहा था मिशन
पुलिस के अनुसार आरोपित छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के निवासी हैं, जो शिवपुरी जिले में पदस्थ रहते हुए गुपचुप तरीके से मतांतरण गतिविधियां संचालित कर रहे थे। बदरवास क्षेत्र के कई गांवों में यह तथाकथित मिशन पिछले पांच वर्षों से सक्रिय बताया जा रहा है।
पीड़ित की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
ग्राम घूघला निवासी हमीर सिंह भील (32) ने 22 दिसंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि शिक्षक वीरेंद्र कुमार तिर्की, शिक्षिका राजपति तिर्की, शिक्षिका अनीता भगत, पटवारी सुगनचंद उर्फ सुगनशाह पैकरा और पादरी अमजी भील द्वारा अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन दिया जा रहा था।
नौकरी, शादी और रुपयों का झांसा
आरोप है कि गरीब आदिवासी परिवारों को बच्चों की बेहतर शिक्षा, बेटियों की शादी, नौकरी लगवाने और धर्म परिवर्तन के बदले 25-25 हजार रुपये देने का लालच दिया जा रहा था। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 1968 और 2021 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
मतांतरण से जुड़ी सामग्री जब्त, सभी जेल भेजे गए
बदरवास थाना प्रभारी रोहित दुबे ने बताया कि आरोपितों के पास से मतांतरण से संबंधित सामग्री जब्त की गई है। सभी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
दो दशक से क्षेत्र में कर रहे नौकरी
आरोपित सुगनशाह पैकरा पूर्व में कोलारस पदस्थ था, विगत दो वर्षों से गुढालडांग थाना बदरवास में पटवारी के पद पर पदस्थ है। आरोपित वीरेन्द्र कुमार तिर्की ग्राम पिपरोदा में 25 वर्ष से शिक्षक के पद पर पदस्थ है। आरोपित अनीता भगत करीब 27 साल से ग्राम गुढालडांग में शिक्षिका के पद पर पदस्थ है। आरोपित राजपति बाई तिर्की करीब 24 साल से ग्राम अगरा में शिक्षिका के पद पर पदस्थ है।
छापे के बाद ढहाई गई थी चर्च
हमीर सिंह भील ने 22 दिसंबर को विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से शिकायत की थी, इसके बाद वह पुलिस, प्रशासन व वन विभाग की टीम के साथ वहां पहुंचे। वहां निर्माणाधीन चर्च को ढहा दिया। वन विभाग की भूमि पर झोपड़ी बनाकर रहने वाले एक फादर की मौत के बाद यह चर्च बनाई जा रही थी। यहां मौके पर शिक्षिकाओं के अलावा ईसाई धर्म से जुड़ी सामग्री मिली थी।

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