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Paryushan Parv 2022: जैन समाज के लोगों ने रखा अनोखा 'डिजिटल-उपवास', मंदिर में जमा करवाये मोबाइल

Paryushan Parv 2022 पर्यूषण पर्व के अवसर पर जैन समाज के लोगों ने 24 घंटे मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया से दूर रहकर ई-उपवास (Digital Fasting) रखने का प्रण किया है।अन्‍य लोग भी ऐसा ही व्रत रखने की इच्‍छा जता रहे हैं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Thu, 08 Sep 2022 01:51 PM (IST)Updated: Thu, 08 Sep 2022 01:59 PM (IST)
Paryushan Parv 2022: जैन समाज के लोगों ने रखा अनोखा 'डिजिटल-उपवास',  मंदिर में जमा करवाये मोबाइल
Paryushan Parv 2022: जैन समाज के लोगों ने 24 घंटे मोबाइल, इंटरनेट से दूर रहने का प्रण किया है।

बेगमगंज, जागरण आनलाइन डेस्‍क। Paryushan Parv 2022: जैन समुदाय इन दिनों पर्यूषण पर्व मना रहा है। इस पावन अवसर पर जिले के बेगमगंज कस्बे में जैन समुदाय के लोगों ने अनोखा व्रत रखा है। इन लोगों ने 24 घंटे मोबाइल, इंटरनेट से दूर रहने का प्रण किया है। यह संकल्प मुनि समता सागर की प्रेरणा से लिया गया है।

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इसकी शुरुआत जैन समाज के अध्यक्ष अक्षय जैन ने की थी। ये लोग इसे इंटरनेट-मुक्त 'उपवास' कह रहे हैं। इस अनूठे उपवास का पालन करते हुए इस समाज के तमाम लोग आज बिना मोबाइल लिए ही मंदिर पहुंचे। शहर में इस व्रत की चर्चा हो रही है। लोग इससे प्रेरित हो रहें हैं और ऐसा ही ई-उपवास रखने की इच्‍छा व्‍यक्‍त कर रहे हैं।

24 घंटे के लिए मंदिर में छोड़ा मोबाइल

अक्षय जैन इसे डिजिटल फास्टिंग के नाम से पुकार रहे हैं। उनका कहना है कि जो नशा युवावस्था में था या लोगों में था, वह इतनी जल्दी नहीं छूटेगा। इसके लिए ही यह पहल की गई है। इस आदत को दूर करने के लिए इस पर धीरे-धीरे नियंत्रण पाना होगा।

अभी हमने केवल 24 घंटे के लिए ही लोगों को मोबाइल से दूर रहने के लिए कहा है। हमनें उन्‍हें मोबाइल बंद करके 24 घंटे के लिए मंदिर में ही छोड़ने के लिए कहा है। इस अपील पर लोग अब तक काफी अधिक संख्‍या में अपने मोबाइल मंदिर में जमा करवा चुके हैं।

इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से दूर रहने का व्रत

बता दें कि अभी दो दिन पहले ही मुनि समता सागर ने अपने प्रवचन में कहा था कि भारतीय संस्कृति भोगवादी नहीं बल्कि योग प्रधान और आध्यात्मिक है। जैन संस्कृति में साधन महत्वपूर्ण नहीं हैं। आज की संस्कृति पाश्चात्य संस्कृति में लिप्त होती जा रही है और भोग प्रधान संस्कृति को जन्म दे रही है।

व्रत आदि की प्रेरणा देते हुए मुनि श्री ने कहा कि आपने अन्न-जल त्याग कर बहुत व्रत किया है, इस बार एक दिन विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से दूर रहकर इस प्रकार व्रत करना है, ताकि आप पूरे दिन तनावमुक्त रह सके।

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