Solar Eclipse 2022 In MP: मध्य प्रदेश में आंशिक सूर्य ग्रहण, देखने के लिए इन खास चश्मों का ही करें प्रयोग
Solar Eclipse 2022 In MP मध्य प्रदेश में सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से ही दिखाई देगा। मध्य प्रदेश में सर्वाधिक ग्रहण के समय सूर्य पर चंद्रमा का आवरण 26 से 38 प्रतिशत के बीच रहेगा। उज्जैन में यह आंशिक सूर्य ग्रहण उज्जैन में शाम 441 बजे शुरू होगा।
इंदौर, ईश्वर। Solar Eclipse 2022 In MP: दीपोत्सव मनाने के अगले ही दिन यानी 25 अक्टूबर को सूर्य देव पर ग्रहण का प्रभाव पड़ेगा। इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज (मंगलवार) शाम को लगने वाला है। मध्य प्रदेश में यह शाम 04:26 बजे शुरू होगा और सूर्यास्त के बाद समाप्त होगा।
मध्य प्रदेश के हर जिले, गांव और कस्बे मेंइसे देखा जा सकता है। हालांकि मध्य प्रदेश में सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से ही दिखाई देगा। हालांकि कि भारत में इस ग्रहण का अंत दिखाई नहीं देगा। भारत में ग्रहण समाप्त होने से पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के तहत विज्ञान प्रसार, नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त नलखेड़ा, आगर मालवा में विपनेट
कसेरा ने बताया कि मध्य प्रदेश में सर्वाधिक ग्रहण के समय सूर्य पर चंद्रमा का आवरण 26 से 38 प्रतिशत के बीच रहेगा। इससे प्रदेश के विभिन्न भागों में भौगोलिक स्थिति के अनुसार आवरण का प्रतिशत कमोबेश देखा जा सकता है।
मध्य प्रदेश में कहां, किस समय दिखेगा ग्रहण
उज्जैन - समय गणना की नगरी उज्जैन में यह आंशिक सूर्य ग्रहण उज्जैन में शाम 4:41 बजे शुरू होगा, जो शाम 5:38 बजे अपने उच्चतम स्तर पर होगा। हालांकि उज्जैन में सूर्यास्त होने के कारण शाम 5.53 बजे के बाद सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा। ग्रहण काल प्रारंभ होने से सूर्यास्त तक एक घंटा 48 मिनट का होगा।
इंदौर- यहां ग्रहण शाम 4:42 बजे प्रारंभ होगा और शाम 5:53 बजे तक समाप्त हो जाएगा। सूर्य ग्रहण यहां शाम 5:38 बजे अपने उच्चतम स्तर पर होगा। चंद्रमा इस दौरान सूर्य के 31.66 प्रतिशत हिस्से को कवर कर लेगा।
जबलपुर- शहर के संस्कारधानी में चन्द्रमा द्वारा सूर्य को ढकने का समय लगभग 30.31 प्रतिशत रहेगा। जबकि जबलपुर में ग्रहण की अवधि प्रारंभ से सूर्यास्त के समय तक 1 घंटा 43 मिनट की रहेगी।
ये सावधानियां बरतनी होंगी
आकाश में हो रही इस खगोलीय घटना को देखने में अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी। इसे नंगी आंखों से न देखें क्योंकि सूरज की तेज किरणें आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यहां तक कि जब चंद्रमा सूर्य के अधिकांश भाग को ढक लेता है, तब भी इसे नग्न आंखों से देखना खतरनाक होता है।
इससे आंखों को स्थायी नुकसान हो सकता है। सूर्य ग्रहण को सूर्य से आंखों की रक्षा करने वाले दूरबीन और काले चश्मे से भी नहीं देखना चाहिए। इसे देखने के लिए विशेष रूप से बने सोलर फिल्टर वाले ग्लास का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
ग्रहण काल की अवधि
ग्रहण काल के प्रारंभ से सूर्यास्त तक एक घंटा 47 मिनट का होगा।
यह भी पढ़ें-
Mumbai Fire News: मुंबई के साकीनाका-खैरानी रोड पर गोदाम में लगी आग, दमकल के आठ वाहन मौके पर