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    Madhya Pradesh: SDM के खिलाफ सीएम मोहन ने की कड़ी कार्रवाई, बोले- हमारी सरकार में महिला सम्मान सर्वोपरि

    Updated: Thu, 25 Jan 2024 01:21 PM (IST)

    मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसके बाद हड़कंप मच गया था। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने SDM अस ...और पढ़ें

    SDM के खिलाफ सीएम मोहन ने की कड़ी कार्रवाई

    ऑनलाइन डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में चितरंगी तहसील के उप जिलाधिकारी (SDM) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था। जिसमें जिलाधिकारी एक महिला लिपिक से अपने जूते के फीते बंधवाते हुए नजर आ रहे थे।

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    वहीं, अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री अधिकारी असवन राम चिरावन को हटाने के निर्देश दिए हैं।

    22 जनवरी का बताया जा रहा वीडियो

    यह वायरल वीडियो 22 जनवरी का बताया जा रहा है। एसडीएम का नाम असवन राम चिरावन है। घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्होंने अपना पक्ष रखा और कहा कि उनके पैर में चोट आ गई थी, जिसकी वजह से उन्हें महिला लिपिक से जूते के फीते बंधवाने पड़े।

    महिला कर्मचारी ने बांधे SDM के जूते के फीते

    दरअसल, चितरंगी के उत्कृष्ट स्कूल में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का समारोह था। इसमें राज्य मंत्री राधा सिंह भी शामिल हुई थीं। कार्यक्रम खत्म होने के बाद एसडीएम असवन राम बाहर निकलते ही लोहे का एंगल पकड़कर खड़े हो गए। इसके बाद एक महिला कर्मचारी ने उनके जूते के फीते बांधे।

    एसडीएम के जूते के फीते बांधने वाली महिला कर्मचारी उन्हीं के विभाग में लिपिक के पद पर तैनात है। किसी ने महिला द्वारा फीते बांधने का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर दिया।

    मातातुल्य महिला ने की थी मेरी मदद- SDM

    चितरंगी एसडीएम असवन राम चिरावन ने कहा कि इस मामले में मैंने अपने पद का कोई दुरुपयोग नहीं किया है। विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बगदारी में सभा हुई थी, जिसमें मेरा पैर फिसल गया था। इससे मेरे दोनों पैरों में गंभीर चोट आई थी, जिसके चलते ठीक से चल नहीं सकता हूं।

    चिरावन ने कहा कि 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान राज्य मंत्री राधा सिंह का कार्यक्रम था। प्रोटोकाल के कारण मुझे वहां मौजूद रहना पड़ा। इस दौरान पूजा के समय जूते उतारे थे। पूजा के बाद जूते पहन भी लिए थे, लेकिन फीते बांधने के लिए झुक नहीं पा रहा था, तभी मातातुल्य महिला ने मेरी मदद की थी।

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