लक्ष्य ने अपने नाम किया जूनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब
उत्तराखंड के शटलर लक्ष्य सेन ने 41वीं जूनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। सेन ने एयर इंडिया के एम. मिथुन को सीधे सेटों में 21-14 व 21-15 से हराया।
देहरादून, [जेएनएन]: 41वीं जूनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में उत्तराखंड के शटलर लक्ष्य सेन ने बड़े भाई चिराग सेन के नक्शे कदम पर चलते हुए अंडर-19 एकल वर्ग में खिताब अपने नाम किया। 2015 में लक्ष्य के बड़े भाई चिराग सेन अंडर-19 चैंपियन रहे। प्रतियोगिता में उत्तराखंड के बोधित जोशी ने रजत व उन्नति बिष्ट ने दो कांस्य पदक हासिल किए।
उडुपी आंध्र प्रदेश में 12 से 17 दिसंबर तक खेली गई प्रतियोगिता में एक बार फिर उत्तराखंड के शटलरों ने शानदार प्रदर्शन किया है। बालक अंडर-19 एकल वर्ग में उत्तराखंड के लक्ष्य सेन ने एयर इंडिया के एम. मिथुन को सीधे सेटों में 21-14 व 21-15 से हराकर चैंपियन होने का गौरव प्राप्त किया। 2015 में जयपुर राजस्थान में लक्ष्य सेन अंडर-17 वर्ग में चैंपियन बने थे। साथ ही अंडर-19 वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया। वहीं उनके भाई चिराग सेन ने अंडर-19 का खिताब अपने नाम किया।
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भारतीय बैडमिंटन में यह नया रेकॉर्ड है कि जब दो भाइयों ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती। उत्तरांचल बैडमिंटन संघ के सचिव बीएस मनकोटी ने बताया कि उत्तराखंड के बोधित जोशी ने अंडर-19 युगल वर्ग में रजत पदक जीता है। सेमीफाइनल में बोधित व एम. मिथुन ने चंद्रकुमार डी व बृजेश यादव की जोड़ी को 19-21, 21-12 व 21-16 से हराया। लेकिन फाइनल में बोधित व एम. मिथुन की जोड़ी कृष्णा प्रसाद जी व धु्रव कपिला की जोड़ी से 21-18 व 23-21 से पराजित हुई।
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उत्तराखंड की उन्नति बिष्ट ने बालिका अंडर-17 एकल व युगल वर्ग में सेमीफाइनल तक का सफर तय करते हुए कांस्य पदक जीते। संघ के अध्यक्ष एडीजी अशोक कुमार ने शटलरों की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आगामी कॉमनवेल्थ गेम्स व ओलंपिक की तैयारियों के लिए प्रदेश के शीर्ष शटलरों का विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।
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