48 घंटे के अंदर मिलेगा हर शिकायत का जवाब: जीओसी कलीता

वेटरन दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में जीओसी मेजर जनरल भास्कर कलीता ने कहा कि पूर्व सैनिक सीधा आकर सब एरिया में शिकायत कर सकता है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 01:41 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 01:42 PM (IST)
48 घंटे के अंदर मिलेगा हर शिकायत का जवाब: जीओसी कलीता
48 घंटे के अंदर मिलेगा हर शिकायत का जवाब: जीओसी कलीता

देहरादून, जेएनएन। वेटरन दिवस के उपलक्ष्य में ईयर ऑफ नेक्स्ट किन (परिजनों के अगले वर्ष) समारोह में पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और सेना में घायल जांबाजों को सम्मानित किया गया। सब एरिया के तत्वावधान में गढ़ी कैंट स्थित शहीद जसवंत सिंह मैदान में आयोजित समारोह में प्रदेश भर से पूर्व सैनिक जुटे। समारोह में पूर्व सैनिकों के लिए पेंशन, स्वास्थ्य समेत अन्य शिकायती काउंटर भी लगाए गए थे।

शनिवार को आयोजित सम्मान समारोह में जीओसी मेजर जनरल भास्कर कलीता और उनकी पत्नी बोबिता कलीता ने युद्ध सेना मेडल से वीरों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि अपने दिग्गजों के लिए सेना हमेशा तत्पर है। वर्तमान में राज्य और केंद्र सरकार के साथ मिलकर सेना अपने पूर्व सैनिकों को कई योजनाओं के लाभ दे रही है। कहा कि अगर किसी भी स्तर पर किसी भी पूर्व सैनिक को कोई शिकायत होती है, तो वह सीधा आकर सब एरिया में शिकायत करे। 48 घंटों के भीतर आपकी हर शिकायत का जवाब दिया जाएगा। साथ ही उसका समय पर निस्तारण भी किया जाएगा।

कहा कि 'ईयर ऑफ नेक्स्ट किन' योजना का सीधा प्रयास अपने पूर्व सैनिकों के पेंशन संबंधी दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करना है। साथ ही अब तक पेंशन के दस्तावेजों में गलतियों जैसे नाम, जन्म तिथि, पता आदि में सुधार करना है। कहा कि हर रेजिमेंट से तीन से चार लोगों की टीमों ने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर पूर्व सैनिकों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन शुरू भी कर दिया है। कार्यक्रम में राज्य और केंद्र सरकार से जुड़ी तमाम योजनाओं और अन्य सेवाओं से जुड़ी जानकारी संबंधित सीडी सभी को बांटी गई। इस अवसर पर डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर नीरज गुसाईं, कर्नल वेटरन पीआरएस रावत, कर्नल दिनेश गौड़ समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

इन्हें मिला सम्मान

नायक रूप नारायण, ओ. कैप्टन खेम बहादुर थापा, ओ. कै. नरेंद्र सिंह थापा, ओ. कै. मोती कुमार गुरुंग, हवलदार कीर्ती मन गुरुंग, सिपाही प्रेम बहादुर थापा, लांस नायक छत्रा सिंह राणा, हवलदार आत्मा सिंह, ओ. कै. शेर जुंग थापा, ओ. कै. प्रेम पुल्ला थापा, ओ. नायब सूबेदार कृष्णा बहादुर, सिपाही गुमान सिंह, सिपाही केदार सिंह भंडारी।

वीर नारियां

रक्षा बलोदी, मीना देवी, आशा एले, पूर्णा देवी, गोविंद काला खत्री, कमला देवी, केशरी देवी, शांति देवी, अनीता रावत, राधा, राम चंद्री देवी, मंजू देवी, देवकी देवी, शांति देवी, सुनीता रावत, आशा भंडारी, शुशीउला थापा, पार्वती देवी, अनिता पुन, जयंती गुरुंग, बिमला श्रेष्ठा, रोशनी देवी, बिमला देवी, चंद्रा थापा।

दूसरे विश्व युद्ध में शामिल खत्री हुए सम्मानित

दूसरे विश्व युद्ध में अपनी वीरता का परिचय दे चुके हवलदार देवी लाल खत्री को भी सम्मानित किया गया। ब्रिटिश आर्मी की ओर से जापान के खिलाफ लड़े खत्री 103 साल के हो चुके हैं, लेकिन उनके सीने पर लगे मैडल उन्हें आज भी जवान रखे हैं। खत्री बताते हैं कि कड़ी जंग के बाद जापान ने अपने घुटने टेके थे। विश्व युद्ध खत्म होने के बाद खत्री ने चार साल, 1945 से 1949 तक जम्मू-कश्मीर में देश सेवा की थी। उनके बेटे हवलदार राजेंद्र सिंह ने भी अपने पिता की राह चुन सेना में अपना कॅरियर बनाया। 

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पैर गंवा चुके नेगी को भेंट की रेट्रो स्कूटी

साल 1979 में फील्ड ट्रेनिंग के दौरान राम सिंह नेगी को अपने दोनों पैर गंवाने पड़ गए। नेगी बताते हैं कि ट्रेनिंग के दौरान एक टैंक उनके पैरों के ऊपर से गुजर गया। इसमें उनके दोनों पैर चले गए। घटना के वक्त वह सिलिगुड़ी, बाज डोटा में तैनात थे। नेगी मूल रूप से पौड़ी के पाबौ, बुरांसी के रहने वाले हैं। वह वर्तमान में बनियावाला में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। सम्मान समारोह में उन्हें सब एरिया की तरफ से एक रेट्रो स्कूटी भेंट की गई।

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