मुजफ्फरनगर में खेत में खोदाई के दौरान मिली तोप, फूल माला चढ़ाकर भाकियू ने दी सलामी Muzaffarnagar News
मुजफ्फरनगर में पुरकाजी क्षेत्र के गांव हरि नगर में ब्रिटिश कालीन तोप मिली है। नगर पंचायत की जेसीबी से खेत में कराई गई खोदाई के दौरान सोमवार दोपहर तोप मिली है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मुजफ्फरनगर जिले के पुरकाजी में हरिनगर गांव में एक खेत की खोदाई के दौरान तोप मिली है। तोप की लंबाई करीब नौ फीट है। इसका वजन 40 क्विंटल से अधिक आंका जा रहा है। तोप को ब्रिटिश या मुगल काल से जोड़कर देखा जा रहा है। प्रशासन ने इसकी फोटो व जानकारी पुरातत्व विभाग को उपलब्ध करा दी है। उधर, तोप पर कब्जा जमाने के लिए ग्रामीण पुलिस से उलझ गए। रस्साकसी के बाद तोप को सूली वाला बाग में पुलिस सुरक्षा में रखवाया गया।
तोप को दी सलामी
पुरकाजी में तोप को लेकर भाकियू के तेवर तल्ख हो गए हैं। रात से ही भाकियू कार्यकर्ता और पुलिस तोप के आसपास मौजूद हैं। मंगलवार को पुरकाजी में सूली वाला बाग पर भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत पहुंचे। टिकैत ने कहा कि किसी भी सूरत में तोप प्रशासन को ले जाने नहीं दी जाएगी। उन्होंने तोप पर माला चढ़ाकर सलामी दी। हरिद्वार जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री तथा पुरकाजी चेयरमैन जहीर फारूकी ने मामले को लेकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
पहले प्रशासन को दी थी जानकारी
नगर पंचायत चेयरमैन जहीर फारूकी के मुताबिक, गांव हरिनगर के पूर्व प्रधान लाल सिंह ने किसान विनोद कश्यप के खेत में करीब चार दशक से दो तोपें दबी होने की जानकारी दी थी। तोप को लेकर कई बार प्रशासन को भी जानकारी दी गई, लेकिन खेत की खोदाई कराने कोई नहीं पहुंचा। सोमवार को उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ खेत पहुंचकर जेसीबी से खोदाई कराई। करीब तीन फीट खोदाई कराने पर एक तोप निकल गई। दूसरी तोप की भी तलाश की गई, लेकिन अभी वह नहीं मिल सकी।
देखने के लिए जुटी भीड़
तोप को देखने के लिए भीड़ जुट गई। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत भी पहुंच गए। पुरकाजी इंस्पेक्टर महावीर सिंह फोर्स के साथ पहुंचे और तोप को थाने ले जाने पर अड़ गए। इस पर पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने आ गए। फिलहाल तोप को पुरकाजी नगर पंचायत के सूली वाला बाग में रखवा दिया गया है। एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने भी पहुंचकर जानकारी ली है। प्रशासन यह जानने में लगा है कि तोप हरिनगर में कैसे आई।
इनका कहना है
हमने मेरठ और लखनऊ के पुरातत्व विभाग को तोप की फोटो और अन्य जानकारी भेज दी है। पुरातत्व विभाग की ओर से जल्द ही यहां पर जांच करने को आने के लिए कहा गया है। जांच के बाद ही साफ होगा कि यह किस कालखंड की है और यहां कैसे आई। फिलहाल इसे पुलिस सुरक्षा में रखवा दिया है।
- अमित सिंह, एडीएम प्रशासन
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