इनके लिए खुशी का सबब बना कोरोना, सोशल डिस्‍टेंसिंग के लिये लेना पड़ा निर्णय

पूरे विश्‍व में कोराेेेेना ने कहर मचा रखा है हर कोई इससे डर कर घरों मेें बैठने को मजबूर हाेे गया हैै लेकिन आपको जानकार आश्‍चर्य होगा कि कुछ लोगों के लिए ये खुशियां भी लेकर आया है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 02:02 PM (IST) Updated:Sun, 05 Apr 2020 02:02 PM (IST)
इनके लिए खुशी का सबब बना कोरोना, सोशल डिस्‍टेंसिंग के लिये लेना पड़ा निर्णय
इनके लिए खुशी का सबब बना कोरोना, सोशल डिस्‍टेंसिंग के लिये लेना पड़ा निर्णय

राउरकेला, जेएनएन। कोरोना जहां कई लोगों के लिये दुख: व दर्द लेकर आया है। वहीं ऐसे  में कई लोग है, जिनके लिये कोरोना थोड़ा खुशी लेकर आया है। ऐसे वो लोग है जो जेल में लंबी सजा काट रहे थे। सामाजिक दूरी का पालन करने के लिये कैदियों को छुट्टी पर घर भेजा जा रहा है। ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में तीन जेल है। जिसमें राउरकेला विशेष जेल, सुंदरगढ जेल तथा बणई उपजेल शामिल है।

राउरकेला विशेष जेल से रविवार को आजीवन की सजा काट रहे 32 कैदियों को छुट्टी पर घर भेज दिया गया। इनमें दो महिला भी हैं। रविवार को जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करने के बाद इन्हें छुट्टी पर घर भेजे जाने की जानकारी जेलर निराकार पाढ़ी ने दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर गाईड लाइन जारी होने के बाद जेल  आइजी के निर्देश पर 32 आजीवन कैद की सजा काट रहे कैदियों की सूची तैयारी की गई थी। जिन्हें कुछ दिनों के लिए छुट्टी पर जाने की अनुमति दी गई है। 

राउरकेला स्वतंत्र जेल में 803 कैदियों के रहने की व्यवस्था है। लेकिन वर्तमान जेल में 550 कैदी है। जेल के सेल में सामाजिक दूरता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जेल में आने वाले नए कैदियों को तीन दिन तक अलग सेल में रखा जाता है। डॉक्टरों द्वारा स्वस्थ्य जांच के बाद उन्हें दूसरे कैदियों के साथ रहने की सुविधा दी जाती है। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले कोरोना को लेकर सुंदरगढ़ जेल से दो चरणों में कुल 40 कैदियों को राउरकेला जेल को भेजा गया था। कोरोना संक्रमण के डर से उन्हें पांच दिनों तक अलग सेल में रखा गया था। 

सुंदरगढ़ जेल से जमानत पर छोड़े गए 54 कैदी 

इसी तरह सुंदरगढ़ स्थित जेल से 20 मार्च से एक अप्रैल तक 54 कैदियों को जमानत पर छोड़ा गया है। जिसमें से एक सजा पूरा करने वाला कैदी भी शामिल है। इसके अलावा 28 और कैदियों छोड़ने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जिसपर विचार चल रहा है। जबकि 98 कैदियों को राउरकेला विशेष जेल तथा 17 को बणई उपकारागार भेजने की तैयारी चल रही है। इसकी जानकारी जेलर निरंजन पात्र ने दी है। सुंदरगढ़ जेल में वर्तमान 500 कैदी है। जिसमें 5 महिला समेत 100 सजा काटने वाले कैदी है। 

बणई सबजेल से 13 कैदी गए पेरोल पर, 23 का राउरकेला स्थानांतरण 

इसी तरह बणई सब जेल से 13 कैदियों को पेरोल पर छोड़ा गया है। जबकि 23 कैदियों को राउरकेला जेल स्थानांतरित किया गया है। इसकी जानकारी जेलर लक्ष्मीकांत मांझी ने दी है। ताकि बणई सब जेल में कोरोना के दौरान सराकीर के दिशा निर्देश का पालन करते हुए कैदियों के बीच भी सामाजिक दूरी बनाए रखी जा सके।

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