एकजुट एशिया विश्व को देगा नई सूरत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी 'मोदीनामिक्स' का तीन देशों की छह दिवसीय यात्रा पर खासा असर छोड़ा है। वह मंगलवार देर शाम भारत के लिए आर्थिक पिटारे से भरे दौरे का समापन कर दक्षिण कोरिया से स्वदेश लौट आए

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Tue, 19 May 2015 07:35 PM (IST) Updated:Tue, 19 May 2015 08:42 PM (IST)
एकजुट एशिया विश्व को देगा नई सूरत

सियोल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी 'मोदीनामिक्स' का तीन देशों की छह दिवसीय यात्रा पर खासा असर छोड़ा है। वह मंगलवार देर शाम भारत के लिए आर्थिक पिटारे से भरे दौरे का समापन कर दक्षिण कोरिया से स्वदेश लौट आए। इससे पूर्व, उन्होंने चेताया कि आपसी प्रतिद्वंद्वता एशिया को पीछे धकेल देगी। एशियाई देशों को मिलजुलकर आतंकवाद जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा। मोदी ने कहा, 'एशिया एक ताकत बनकर आगे बढ़ा तो उसे कालांतर में क्षेत्रीय खंडों के बारे में सोचने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।'

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल एशियन लीडरशिप फोरम को संबोधित करते हुए मोदी ने एशियाई देशों की संपन्नता और बढ़ती विकास दर के लिए एक खाका खींचते हुए कहा कि एकता के सूत्र में बंधा एशिया विश्व का स्वरूप निर्धारित करेगा। लेकिन आपसी खींचतान एशिया को आगे बढ़ने से रोक देगी। एशियाई देशों का सकल लक्ष्य इन देशों की साझा चुनौतियों जैसे आतंकवाद, सीमा पार के अपराध, प्राकृतिक आपदाएं और बीमारियों से लड़ने की ताकत देगा। मोदी ने कहा, 'एशिया के दो चेहरे नहीं हो सकते। एक- आशा और संपन्नता का और दूसरा- चाहत और निराशा का। एक ही महाद्वीप के कुछ देश स्थिरता और कुछ खंडित संस्थाओं का हिस्सा नहीं हो सकते।'

सुरक्षा परिषद की दावेदारी दोहराई

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे से फोरम में मुलाकात के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एशिया में ऐसे भौगोलिक स्थल पर है कि उसकी एशिया को आपस में जोड़ने की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट की भारतीय दावेदारी पर बल देते हुए कहा,'हमें बतौर एशियाई संयुक्त राष्ट्र और उसकी सुरक्षा परिषद जैसे वैश्विक संस्थानों की शासन व्यवस्था में सुधार लाने के लिए काम करना होगा।'

बंदरगाहों के इर्दगिर्द विकास का एजेंडा

प्रधानमंत्री की 'मोदीनामिक्स' दक्षिण कोरिया के जनता-जनार्दन पर छा गई। मोदी ने भारत-कोरिया के सीईओ फोरम में कहा,'आपकी जहाज निर्माण क्षमता और बंदरगाहों के इर्द-गिर्द विकास के हमारे एजेंडे से देश के विकास को खासी गति मिलेगी।' दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे ने उसी फोरम में कहा कि मोदीनामिक्स और कोरिया की 3.0 आर्थिक योजना के मेल से वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाया जा सकेगा। इस बैठक में मोदी ने हुंडई और सैमसंग जैसे दक्षिण कोरियाई कंपनियों के सीईओ से मुलाकात भी की।

चेनोयेचोन धारा में मोदी लहर

प्रधानमंत्री मोदी ने सियोल स्थित नगरीय विकास परियोजना चेनोयेचोन धारा में भी गए। इस स्थान को गंदी जलधारा से एक खूबसूरत पर्यटन स्थल में तब्दील किया गया है। मोदी ने इसका अवलोकन किया और अधिकारियों से इसकी स्थापना की बारीकियों को समझा। लेकिन इसी बीच वहां जमा हुए भारतीयों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। उस वक्त वह भारतीय समुदाय के लोगों से मिले और उनके साथ फोटो खिंचवाए।

पढ़ें : निवेशकों को सुगम कर प्रणाली का दिया मोदी ने भरोसा

कोरिया से स्वदेश रवाना हुए पीएम मोदी, दौरे को बताया सफल

chat bot
आपका साथी