तीन देशों की यात्रा समाप्त कर स्वदेश लौटे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों का दौरा समाप्त कर मंगलवार को स्वदेश पहुंचे। रात लगभग 11:30 बजे पीएम मोदी के नई दिल्ली पहुंचने पर हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या भाजपा समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
सियोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों का दौरा समाप्त कर मंगलवार को स्वदेश पहुंचे। रात लगभग 11:30 बजे पीएम मोदी के नई दिल्ली पहुंचने पर हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या भाजपा समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
इससे पहले पीएम मोदी ने अपने तीनों देशों के दौरे को बेहद सफल करार दिया है। कोरिया से रवाना होने के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कोरिया में जिस तरह से उनका स्वागत किया गया वह इससे अभिभूत हो गए हैं। उन्होंने लिखा है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि उनकी इस यात्रा के बाद भारत और कोरिया के संबंधों की नई इबारत लिखी जाएगी जिसका फायदा दोनों ही देशों को होगा।
पहले चीन और मंगोलिया के बाद दक्षिण कोरिया दौरे के आखिरी दिन पीएम मोदी का काफी व्यस्त कार्यक्रम रहा। यहां उन्होंने मेजबान राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के साथ-साथ भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की। यात्रा के आखिरी दिन वे सियोल में सीईओ फोरम पहुंचे और कोरियाई कपनियों के सीईओ से भी मिले। इसके बाद पीएम मोदी एशिया लीडरशिप समिट को संबोधित किया और फिर वे उलसन स्थित हुंडई के शिपयार्ड उद्योग को देखने गए।
बिजनेस समिट में पीएम मोदी ने कहा कि भारत क्षमताओं का देश है और उनकी सरकार आने के बाद यहां कारोबार का माहौल बदल चुका है। उन्होंने कहा कि भारत और कोरिया में कई समानताएं हैं। कोरिया में बॉलीवुड फिल्में बहुत लोकप्रिय हैं। प्रेसिंडेट पार्क ने भी कुछ ऐसे संबंधों का अपने भाषण में जिक्र किया।
भारत में कोरिया की चीजें काफी लोकप्रिय
सियोल में सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मेजबान देश की प्रगति की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि कोरिया ने जो किया, उसमें से बहुत कुछ हम अपने यहां भी करना चाहते हैं। दोनों देशों में कारोबार काफी बढ़ा है। भारत में कोरिया की चीजें काफी लोकप्रिय हैं।
रेलवे में 100 फीसद एफडीआई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन के बाद कई कंपनियों के सीईओ से भी मिले। भारत में काफी लोकप्रिय हुंडई कंपनी के चेयरमैन चुंग मोंग कू और डूसन ग्रुप के चेयरमैन मिस्टर वाईएम पार्क व एलजी के वाइस चेयरमैन बोन जून कू से भी मिले। उन्होंने निवेशकों को भारत में बढ़ती एफडीआई का जिक्र करते हुए न्योता दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरिया की करीब 100 कंपनियां भारत में हैं। हम रेलवे में 100 फीसद एफडीआई खोल रहे हैं। भारत का सॉफ्टवेयर और कोरिया का हार्डवेयर बेहतरीन है। भारत में हाउसिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर में काफी संभावनाएं हैं।
चियोंग्येचियोन स्ट्रीम पहुंचे पीएम मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल के निचले इलाके में स्थित मनोरम स्थल 'चियोंग्येचियोन स्ट्रीम' पहुंचे और इस शहरी नवीनीकरण परियोजना की प्रशंसा की।
यह कभी बेहद गंदी रही जलधारा को साफ-सुथरा कर मनोरम बनाया गया स्थल है, जो आज सियोल में आकर्षण और लोगों की मौज-मस्ती का एक प्रमुख केंद्र है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, 'क्या परिकल्पना है, हम भी ऐसा कर सकते हैं। प्रधनमंत्री ने सियोल में शहरी नवीनीकरण परियोजना 'चियोंग्येचियोन स्ट्रीम' का दौरा किया।'
'चियोंग्येचियोन स्ट्रीम' 10.9 किलोमीटर लंबी है, जहां लोग मनोरम दृश्य का आनंद उठाने पहुंचते हैं। यह 2005 में मौजूदा परिदृश्य में सामने आया। इससे पहले यह एक उपेक्षित गंदी जलधारा थी। लेकिन सरकार ने इसे शहर की आपाधापी भरी जिंदगी के बीच प्राकृतिक सौंदर्य के मनोरम स्थल के रूप में विकसित किया है।
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मोदी ने कुछ वक्त यहां बिताया। उनके साथ शहर के मेयर भी थे। वहां मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री उन लोगों के साथ मुखातिब हुए।
एकजुट एशिया देगा विश्व को आकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशियाई देशों के बीच एकता की वकालत करते हुए कहा कि उन्हें विश्व को आकार देने के लिए और संयुक्त राष्ट्र समेत शासन की वैश्विक संस्थाओं में सुधार के लिए एशियाई होने के तौर पर काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिणी कोरिया की राजधानी सियोल में आयोजित छठे एशिया नेतृत्व सम्मेलन में कहा कि यदि एशिया को एक बनकर उभरना है, तो उसे अपने आप को क्षेत्रीय धड़े के रूप में नहीं सोचना चाहिए।
प्रतिद्वंद्विता के कारण एशिया महाद्वीप के पिछड़ने का जिक्र करते हुए उन्होंने एशियाई एशियाई देशों से अपनी साझी विरासत और युवा ऊर्जा का इस्तेमाल एक साझा उद्देश्य को हासिल करने के लिए कहा। मोदी ने कहा, एकजुट एशिया विश्व को आकार देगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत साझा समृद्धि वाला एक ऐसा एशिया चाहता है, जहां एक राष्ट्र की सफलता दूसरे की ताकत बने।
एशिया के विकास को इस युग की महानतम घटना करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें संयुक्त राष्ट्र और उसकी सुरक्षा परिषद समेत वैश्विक संस्थानों के प्रशासन में सुधार के लिए एशियाई के रूप में काम करना चाहिए। मोदी ने कहा कि भारत का विकास एशिया की सफलता की कहानी होगी और यह एशियाई सपने को एक बड़ी हकीकत बनाने में मदद करेगा।
चीन और मंगोलिया की यात्रा के बाद दक्षिण कोरिया पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एशिया के बारे में मेरा सपना ऐसा है, जहां सभी एशियाई साथ विकास करें, भारत के भविष्य के बारे में मैंने जो सपना देखा है, वही मैं हमारे पड़ोसियों के भविष्य के लिए चाहता हूं। देश के भीतर और बाहर हमारा विकास और अधिक समावेशी होना चाहिए।
भारत के एशिया के चौराहे पर खड़ा होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक दूसरे के साथ जुड़े एशिया के निर्माण संबंधी अपनी जिम्मेदारी को निभायेंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि कुछ एशियाई देश अधिक समद्ध हो गए हैं, ऐसे में उन्हें अपने संसाधनों और बाजार में ऐसे देशों को हिस्सेदारी देने के लिए तैयार रहना चाहिए जिन्हें इनकी जरूरत है। मोदी ने कहा कि यह राष्ट्रीय सरकारों का कर्तव्य ही नहीं, बल्कि एक क्षेत्रीय जिम्मेदारी भी है।
अंत में पीएम मोदी हुंडई के उलसन स्थित शिपयार्ड गए। यहां उन्होंने कहा कि जहाज का निर्माण हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। हम देश में भी आधुनिक तकनीक लाना चाहते हैं।
सियोल के मनोरम स्थल 'चियोंग्येचियोन स्ट्रीम' पहुंचे पीएम मोदी
कोरियाई कपनियों के सीईओ से मिले मोदी, देखें तस्वीरें
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