रोजगार आवेदनों में वृद्धि, इसके बावजूद हालात निराशाजनक: NCS

तमिलनाडु में 2015 के पहले 9 महीनों में रोजगार एक्सचेंजों के साथ 80 लाख से अधिक पंजीकरण थे, वहीं गुजरात में 6.88 लाख पंजीकरण थे।

By Srishti VermaEdited By: Publish:Wed, 26 Jul 2017 02:23 PM (IST) Updated:Wed, 26 Jul 2017 02:58 PM (IST)
रोजगार आवेदनों में वृद्धि, इसके बावजूद हालात निराशाजनक: NCS
रोजगार आवेदनों में वृद्धि, इसके बावजूद हालात निराशाजनक: NCS

नई दिल्ली (जेएनएन)। रोजगार एक्सचेंजों ने गुजरात में नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को जॉब प्रदान करते हुए 30 पर्सेंट से अधिक प्लेसमेंट कर लगातार सफलता हासिल की है। रोजगार एक्सचेंज के द्वारा प्लेसमेंट का राष्ट्रीय औसत 0.57 प्रतिशत था। गोवा के अलावा कोई भी राज्य 1 प्रतिशत आंकड़े को पार नहीं कर पाने में सक्षम नहीं है। 

सभी एक्सचेंजों को राष्ट्रीय कैरियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल से जोड़ा गया है, जिसने सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में 53 क्षेत्रों के 3,000 से अधिक व्यवसायों की पहचान की है। कुल 14.85 लाख नियोक्ता एनसीएस पोर्टल के साथ पंजीकृत किए गए हैं। यह पोर्टल जॉब फेयर का आयोजन भी करता है। श्रम मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार एक्सचेंजों के माध्यम से अधिकांश प्लेसमेंट निजी क्षेत्र में हैं। श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा संकलित ये डेटा 2012 से सितंबर 2015 तक अपडेटेड है।

प्लेसमेंट के मामले में गुजरात सबसे ऊपर आता है, हालांकि नौकरी की तलाश करने वालों में यह शीर्ष राज्य नहीं है। तमिलनाडु में 2015 के पहले 9 महीनों में रोजगार एक्सचेंजों के साथ 80 लाख से अधिक पंजीकरण थे, वहीं गुजरात में 6.88 लाख पंजीकरण थे। तमिलनाडु के बाद पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, केरल और महाराष्ट्र थे। इन पांच राज्यों में 2015 में रोजगार एक्सचेंजों के साथ 60 प्रतिशत (2.71 करोड़) पंजीकरण हैं। हालांकि, इन पांच राज्यों में केवल 27,600 नियुक्तियों के लिए जिम्मेदार है, जो कि कुल पंजीकरण का केवल 0.1 प्रतिशत है।

आंकड़े बताते हैं कि पूरे देश में नौकरी की तलाश करने वालों की संख्या बढ़ रही है। ये इन आंकड़ों से पता चलता है-

-2012 में देश भर में एक्सचेंजों के साथ  4.47 करोड़ पंजीकरण हुए

-2014 में 4.82 करोड़ पंजीकरण

-2015 के पहले 9 महीनों में पंजीकरण की संख्या 4.48 करोड़ थी

लेकिन ये आंकड़े नौकरी सृजन और नौकरी चाहने वालों की संख्या के साथ तालमेल नहीं खात हैं। यदि प्लेसमेंट प्रतिशत 2012 में 0.95 प्रतिशत पर था, तो यह क्रमशः 2013 और 2014 में 0.74 प्रतिशत और 0.7 प्रतिशत पर आ गया। 2015 के पहले 9 महीनों में प्लेसमेंट का प्रतिशत 0.57 प्रतिशत पर आ गया।

एनसीएस परियोजना को 2016-17 में रोजगार एक्सचेंजों के बुनियादी ढांचों में सुधार और जॉब फेयर के आयोजन के लिए बनाया गया। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक देश में राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 997 रोजगार एक्सचेंज काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश 99 रोजगार एक्सचेंजों के साथ राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद केरल (89 रोजगार एक्सचेंज), पश्चिम बंगाल (77), हरियाणा (59), असम (52), मध्य प्रदेश (49), गुजरात (48) पंजाब (47 ), छत्तीसगढ़ (47) और महाराष्ट्र (47)। छोटे राज्य गोवा और यूटीएस अंडमान निकोबार, दादर और नगर हवेली, लक्षद्वीप और पुडुचेरी में प्रत्येक के पास एक रोजगार एक्सचेंज है। सिक्किम एकमात्र ऐसा राज्य है जिसमें कोई रोजगार एक्सचेंज नहीं है।

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