पार्टटाइम जॉब के नाम पर करोड़ों की ठगी

ऊना में पार्टटाइम जॉब से हजारों रुपये कमाने का प्रलोभन देकर एक निजी कंपनी करोड़ों रुपये का चूना लगाकर भाग गई है। इससे हजारों लोगों को चपत लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 08:35 PM (IST) Updated:Tue, 04 Sep 2018 08:35 PM (IST)
पार्टटाइम जॉब के नाम पर करोड़ों की ठगी
पार्टटाइम जॉब के नाम पर करोड़ों की ठगी

जागरण संवाददाता, ऊना : ऊना में पार्टटाइम जॉब से हजारों रुपये कमाने का प्रलोभन देकर एक निजी कंपनी करोड़ों रुपये का चूना लगाकर भाग गई है। इससे हजारों लोगों को चपत लगी है। इंडिया एडवरटाइजमेंट सर्विस नामक कंपनी के अचानक गायब होने से लोगों के हाथ-पांव फूल गए हैं। लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने तीन आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कंपनी के कुछ बैंक खाते भी सीज किए हैं। इस धोखाधड़ी से ऊना सहित अन्य जिलों के लोगों को हजारों रुपये की चपत लगी है। मंगलवार को गुस्साए लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया। कुछ देर के लिए जाम भी लगाया।

ऊना के नंगल रोड पर कॉलेज के समीप इंडिया एडवरटाइजमेंट सर्विस का कार्यालय था। रोजाना की तरह लोग मंगलवार को कार्यालय में पहुंचे तो मौके पर कोई भी अधिकारी व कर्मचारी नहीं था। काफी देर इंतजार करने के बाद दो सौ से अधिक गुस्साए लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। कार्यालय में रखे सामान को उठाकर ले गए। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची लोगों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन लोगों ने पुलिस चौकी ऊना में डेरा जमा दिया। इसके बाद लोग पुलिस अधीक्षक ऊना दिवाकर शर्मा से मिलने पहुंचे। उधर डीएसपी अशोक वर्मा ने कहा अनिल कुमार निवासी जखेड़ा ऊना की शिकायत पर मोहित शर्मा, विजय कुमार, अजय शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। तीनों आरोपित कंपनी के संचालक थे। आरोपितों की धरपकड़ के लिए विशेष टीमों का गठन किया है।

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छह माह पहले खुला था कार्यालय

ऊना में करीब छह माह पहले कंपनी ने कार्यालय खोला था। लगभग 70 हजार आइडी बिकने की बात सामने आ रही है, जिसमें कंपनी ने करोड़ों रुपये कमाए हैं। लोगों ने इस काम की फ्रेंचाइजी भी ले रखी थी। इसके अलावा आबकारी एवं कराधान विभाग को भी चपत लगी है। क्योंकि कंपनी ने जीएसटी नंबर लेने के बाद एक भी रिटर्न नहीं भरी थी।

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यह था सारा खेल

कंपनी के साथ जुड़कर पार्टटाइम जॉब के नाम पर लोगों को बड़ा प्रलोभन दिया जा रहा था। जिसमें एक व्यक्ति को तीन हजार रुपये की एक आइडी खरीदनी होती थी। उसे 70 दिन बाद पांच हजार रुपये मिलते थे। इसके बाद आईडी के माध्यम से फोन में एप के जरिए प्रतिदिन सौ मैसेज भेजने होते थे। तीन हजार रुपये के अलावा आठ हजार रुपये की आइडी का भी विकल्प मौजूद था, जिसमें एक माह बाद पांच हजार रुपये मिलने थे। यह स्कीम ऐसी थी कि ऊना जिले सहित आसपास के जिलों के लोगों ने धड़ाधड़ आइडी खरीदनी शुरू कर दी और कंपनी के जाल में फंस गए।

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लोगों ने कंपनी के खिलाफ शिकायत दी है। कंपनी के तीन संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कुछ बैंक खाते भी सीज किए हैं। मामले की जांच की जा रही है।

दिवाकर शर्मा, पुलिस अधीक्षक, ऊना

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