झुग्गी कॉलोनी पर चला प्रशासन का डंडा
संवाद सहयोगी, परवाणू : औद्योगिक नगरी परवाणू के सेक्टर दो में सरकारी जमीन पर करीब 27-28 वर्ष पूर्व बनी 26 झुग्गियों पर मंगलवार को प्रशासन का डंडा चला और इन्हें सोलन के उपमंडलाधिकारी के आदेश के बाद कसौली प्रशासन ने हटवा दिया। कसौली के नायब तहसीलदार सुंदर सेन नेगी की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने यह कार्रवाई की। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे प्रशासन ने दल-बल के साथ अचानक यहां दस्तक दी, इससे पहले कि लोग कुछ समझा पाते हिमुडा, लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने झुग्गियों को तोड़ना शुरू कर दिया।
नायब तहसीलदार कसौली सुंदर सेन नेगी ने बताया कि उपमंडलाधिकारी सोलन ने 28 अप्रैल को प्रशासन को आदेश दिए थे कि उक्त 26 झुग्गियों को हटाया जाए। उसके बाद कुछ लोगों के आग्रह पर दूसरे राज्यों के मजदूरों को झुग्गियां हटाने के लिए मौखिक आदेश दिए थे, लेकिन उन लोगों ने अपील दायर कर दी। 22 अगस्त को एसडीएम सोलन ने तहसीलदार कार्यालय को लिखित में जमीन खाली करवाने के आदेश पारित किए। इस पर उनके नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग व हिमुडा के अधिशासी अभियंता, नगर परिषद परवाणू के कार्यकारी अधिकारी व थाना प्रभारी को सदस्य बनाकर कमेटी गठित की गई, जिसके बाद झुग्गियों को तोड़ने का निर्णय लिया गया।
उधर, प्रभावित मजदूरों ने बताया कि उन्हें अपना सामान तक निकालने का अवसर भी नहीं दिया गया। झुग्गियां हटाने के लिए करीब छह माह पूर्व प्रशासन ने नोटिस दिया था। इसके बाद मजदूरों ने वकील के माध्यम से एसडीएम कोर्ट सोलन में याचिका दायर की थी व और झुग्गियां हटाने के आदेशों पर स्टे ले लिया था। उन्होंने बताया कि 27 अगस्त को एसडीएम कोर्ट में मामले से संबंधित पेशी भी तय है। मजदूरों के वकील आरएस वर्मा ने बताया कि प्रशासन ने धक्काशाही कर झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया, जबकि मामला एसडीएम कोर्ट में विचाराधीन है।