भाजपा के दो विधायकों ने छोड़ा यात्रा भत्ता

पहली बार विधानसभा में चुनकर आए भाजपा विधायक राजेंद्र गर्ग ने यात्रा भत्ता नहीं लेने की घोषणा की। उनका कहना है कि वह नया घोषित चार लाख यात्रा भत्ता हो या फिर पुराना यात्रा भत्ता की रकम नहीं लेंगे। मैंने यह निर्णय व्यक्तिगत तौर पर लिया है। मैं समझता हूं कि सरकार की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है और मैं राज्य की स्थिति को देखते हुए यात्रा भत्ता छोड़कर योगदान करना चाहता हूं। परिवार के साथ देश-विदेश यात्रा पर जाना पड़ा तो अपनी जेब से खर्च

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Sep 2019 11:12 PM (IST) Updated:Fri, 06 Sep 2019 06:58 AM (IST)
भाजपा के दो विधायकों ने छोड़ा यात्रा भत्ता
भाजपा के दो विधायकों ने छोड़ा यात्रा भत्ता

राज्य ब्यूरो, शिमला : माननीयों का वार्षिक यात्रा भत्ता बढ़ाने की प्रदेश में कई लोग आलोचना कर रहे हैं। इस बीच भाजपा के दो विधायकों ने यात्रा भत्ता न लेने की घोषणा कर दी है। पहली बार विधानसभा में चुनकर आए घुमारवीं से भाजपा विधायक राजेंद्र गर्ग ने कहा कि वह नया घोषित चार लाख रुपये वार्षिक यात्रा भत्ता हो या पुराना भत्ता, इसे नहीं लेंगे।

बकौल राजेंद्र गर्ग, सरकार की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है। वह प्रदेश की स्थिति को देखते हुए यात्रा भत्ता छोड़कर इसमें योगदान करना चाहते हैं। परिवार के साथ देश-विदेश की यात्रा पर गया तो अपनी जेब से खर्च उठाऊंगा। वहीं, जयसिंहपुर के भाजपा विधायक रविंद्र धीमान ने भी यात्रा भत्ता न लेने की घोषणा की है। वहीं, विधायकों का सालाना यात्रा भत्ता चार लाख रुपये करने पर जनता में खूब खिंचाई हो रही है। विपक्षी कांग्रेस की ओर से भत्तों के साथ वेतन बढ़ाने की भी बात की गई थी। विधानसभा के 68 विधायकों में से मा‌र्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के इकलौते विधायक कामरेड राकेश सिघा ने इसका विरोध किया था। विधानसभा की सदस्य सुविधा समिति की ओर से यात्रा भत्ता बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया था। विधानसभा की सदस्य सुविधा समिति के अध्यक्ष विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिदल हैं। उनके साथ इस समिति में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज, विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान व राजेंद्र राणा और भाजपा विधायक सुखराम चौधरी सदस्य हैं। वहीं, यात्रा भत्ते को लेकर आलोचना करने वाले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

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यदि कोई भाजपा विधायक बढ़ाया गया यात्रा भत्ता नहीं लेना चाहते हैं तो उनकी मर्जी है। मैंने आज तक एक लाख रुपया भी यात्रा भत्ता खर्च नहीं किया है। जब कभी दिल्ली से बाहर भाजपा कार्यकारिणी की बैठक हुई, तभी यात्रा भत्ता के तहत मिलने वाली राशि का इस्तेमाल किया है।

-सतपाल सत्ती, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष

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