सैहब सोसायटी के कर्मचारियों को वित्तीय लाभ मिलना शुरू

जागरण संवाददाता शिमला शिमला शहर में घर-घर से कूड़ा एकत्र करने का काम कर रही सै

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 05:19 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 05:19 PM (IST)
सैहब सोसायटी के कर्मचारियों 
को वित्तीय लाभ मिलना शुरू
सैहब सोसायटी के कर्मचारियों को वित्तीय लाभ मिलना शुरू

जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला शहर में घर-घर से कूड़ा एकत्र करने का काम कर रही सैहब सोसायटी के कर्मचारियों को नगर निगम प्रशासन ने वित्तीय लाभ सेवाकाल की अवधि के मुताबिक देना शुरू कर दिया है। इसके तहत नगर निगम ने चार साल का सेवाकाल पूरा करने वाले कर्मचारी को 500 तो नौ और 14 साल का कार्यकाल पूरा करने वालों को अतिरिक्त लाभ देने का फैसला लिया है। इसके तहत ही बुधवार को 75 कर्मचारियों के खातों में पैसे डाल दिए हैं।

नगर निगम ने पहले ही ये वित्तीय लाभ जारी करने का फैसला लिया था, लेकिन लागू नहीं किया था। अब कर्मचारियों को लाभ देने की पूरी तैयारी कर ली है। नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि सैहब सोसायटी के कर्मचारियों को लाभ देना शुरू करने का फैसला था, इसके तहत लाभ देना शुरू कर दिया है। नगर निगम के कार्यालय में 50 फीसद कर्मचारी ही आ रहे हैं, इसलिए इसमें देरी हो गई। अब इन्हें ये लाभ देना शुरू कर दिया है। इसमें हो रही देरी पर बिफरे सैहब सोसायटी के कर्मचारियों ने काम ठप करने की चेतावनी दी थी। आयुक्त के साथ हुई बैठक में फैसला लिया है कि अब काम नहीं रोकेंगे, वीरवार को रूटीन की तरह शहर भर में सेवाएं जारी रहेगी। अब ये लाभ मिलने के बाद उनो फैसले पर शहर के भवन मालिकों की नजर रहेगी।

नगर निगम ने शहर की सफाई के लिए नियमित कर्मचारियों की नियुक्ति कर रखी है, लेकिन कूड़ा घरों से एकत्रित करने का काम सैहब सोसायटी को सौंपा है। इन्हें एक तय राशि अदा की जाती है, हालांकि निगम प्रशासन ने इन्हें हर साल 10 फीसद की वेतन बढ़ोतरी देने का फैसला पहले ही लागू कर दिया है। इनके वेतन का भार निगम पर न पड़े, इसके लिए उपभोक्तओं से हर साल 10 फीसद राशि बढ़ाकर वसूला जाता है। इससे इनके वेतन अदाएगी की राशि निगम प्रशासन अपने बजट से नहीं बल्कि सोसायटी से एकत्र होने वाली राशि से ही की जाती है।

-----------------

शिमला शहर में सैहब सोसायटी बेहतर काम कर रही है। इसके लिए उनकी वित्तीय मांग को पूरा करने का काम शुरू कर दिया है।

-आशीष कोहली, आयुक्त, नगर निगम, शिमला।

chat bot
आपका साथी