ग्रामीण रूटों पर बसें नहीं, कैसे पहुंचें स्कूल
मुकेश मेहरा मंडी नौवीं से बाहरवीं कक्षा तक बेशक नियमित कक्षाएं आरंभ की गई हैं लेि
मुकेश मेहरा, मंडी
नौवीं से बाहरवीं कक्षा तक बेशक नियमित कक्षाएं आरंभ की गई हैं, लेकिन इसमें परिवहन व्यवस्था बाधा बन गई है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से स्कूलों में आने वाले बच्चों को बस न मिलने के कारण पांच से सात किलोमीटर तक पैदल आना एक चुनौती बना है। वहीं अभिभावक भी इस बात से परेशान हैं।
अनलॉक शुरू होने के बाद आधे रूट ही हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) आरंभ कर पाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में सवारियां न होने की बात कहकर निजी व एचआरटीसी की अधिकतर बसें नहीं चल रही हैं। द्रंग क्षेत्र की पंचायत टांडू, महेड, पाखरी, नौ मील, सदर के बाडी गुमाणू, तिलयाड, स्कोर, नसलोह, बल्ह के मांडल, मुदडू, परोह, पैडी, धर्मपुर के कमलाह, हयूणपैड, धलारा, आदि क्षेत्रों के बच्चों को पांच से सात किलोमीटर दूर स्कूल आना पड़ता है। अब नियमित कक्षाएं लगने से अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है। परिवहन निगम की बसों में सफर नि:शुल्क होता है, लेकिन रूट बंद होने से बच्चों को या ता पैदल स्कूल जाना पडे़गा या ऑनलाइन ही पढ़ाई करनी होगी। हालांकि जमा दो के मेडिकल, नॉन मेडिकल, कॉमर्स सहित आर्ट्स व दसवीं कक्षा के बच्चे व उनके अभिभावक व बच्चे भी स्कूल जाना चाहते हें।
द्रंग के टांडू पंचायत के अभिभावकों संजय कुमार, पवन मल्होत्रा, प्रकाश चंद, चमन लाल, मनोज कुमार योगराज ने कहा कि अगर सरकार बच्चों को स्कूल तक पहुंचाना चाहती है तो बसों को चलाने का भी प्रबंध करे। उन्होंने मांग की है कि सरकार बसों की व्यवस्था करे।
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बन रहे बस पास
नियमित कक्षाएं लगने के बाद अब कुछ स्कूल प्राचार्यों ने बस पास बनाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। विजय मेमोरियल स्कूल मंडी के प्रधानाचार्य ने बाकायदा एचआरटीसी से बस पास कार्ड का प्रबंध करवाकर अब स्कूल आने वाले बच्चों के लिए बस पास का प्रबंध करना शुरू कर दिया है।
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सवारियां न मिलने के कारण रूट बंद है। जहां गांवों से बस चलाने के लिए हमारे पास मांग आएगी। उस रूट पर बस आरंभ कर दी जाएगी।
-गोपाल शर्मा, आरएम मंडी।
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कितने रूटों पर चल रही बसें
डिपो,रूट,बसें चल रहीं
मंडी,210,91
सुंदरनगर,148,58
सरकाघाट,212,130