चामुंडा शिव मंदिर का गुंबद तैयार, कलश स्थापना का इंतजार
आखिर तीन साल बाद श्री चामुंडा शिव मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य पूरा हो गया है।
संवाद सहयोगी, योल : आखिर तीन साल बाद श्री चामुंडा शिव मंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य पूरा हो गया है, लेकिन कलश स्थापना के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। करीब 41 फीट ऊंचा गुंबद बन चुका है।
2017-18 के दौरान पुराने शिव मंदिर की इमारत को गिरा दिया गया था। अनुमानित एक करोड़ 14 लाख रुपये के पुनर्निर्माण करने के लिए वास्तुशास्त्र का सहयोग लिया गया। इसके तहत दरवाजे पर काष्ठकुर्णी शैली का इस्तेमाल किया गया है। किन्नौर के कारीगरों ने लकड़ी पर नक्काशी की है। तकनीकी औपचारिकताएं पूरी करते व निर्धारित समय अवधि में कार्य पूरा न होने से धार्मिक आस्था से जुड़े लोगों को ठेस जरूर लगी है। बहरहाल अब शिव मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो ही गया।
मंदिर के सुंदरीकरण का काम 2017 में शुरू हो गया था, अब जाकर मंदिर निर्माण कार्य पूरा हो गया है। मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं में बहुत आस्था है, मां चामुंडा के दर्शन के बाद भगवान शिव के पिडी स्वरूप के भी दर्शन किए जाते हैं। पहले यह एक गुफानुमा जगह में विशालकाय पत्थर के नीचे था। जहां जाने में श्रद्धालुओं को परेशानी होती थी। अब मंदिर का सुंदरीकरण करके मंदिर को वैसे ही रखा गया है जबकि मिट्टी व मलबा हटाकर भगवान शिव की पिडी के अब सीधे दर्शन हो पा रहे हैं। पहले छह से सात सीढि़यां नीचे उतरना पड़ता था और मंदिर एक गुफा की तरफ प्रतीत होता था। अब यहां दर्शन सुविधाजनक हो गए हैं।
मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने बताया कि शिव मंदिर का कार्य पूरा हो चुका है। वैसे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ मंदिर खुला है।