गायें सड़कों पर, 30 लाख का गोसदन पड़ा बंद

मुकेश मेहरा, पालमपुर गायें सड़कों पर लावारिस घूम रही हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश चौधरी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jun 2018 04:45 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jun 2018 04:45 AM (IST)
गायें सड़कों पर, 30 लाख का गोसदन पड़ा बंद
गायें सड़कों पर, 30 लाख का गोसदन पड़ा बंद

मुकेश मेहरा, पालमपुर

गायें सड़कों पर लावारिस घूम रही हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में बनाया गया गोसदन बंद पड़ा है। विवि के पीडब्ल्यूडी विंग ने 30 लाख से इसका निर्माण किया है। इसका निर्माण कार्य पिछले साल पूरा कर लिया गया था।

शून्य लागत खेती फार्म के पास इस गोसदन भवन को मॉडल रिहेबलीटेशन सेंटर फॉर कैटल के नाम से तैयार किया गया है, लेकिन बनने के बाद से आजतक इसका इसका इस्तेमाल नहीं हो पाया। हालांकि अब कृषि विवि इसका इस्तेमाल शून्य लागत खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले देसी नस्ल के पशुओं को रखने की बात कह रहा है। वहीं, रिहेबलीटेशन सेंटर के नाम से बने इस भवन का इस्तेमाल न होना कई सवाल खड़े कर रहा है क्योंकि कृषि विवि के साथ ही सैकड़ों गायें लावारिस घूमती हैं। बुद्धिजीवियों का कहना है कि अगर कृषि विवि द्वारा इस तरह का कोई भवन बनाया गया है तो वहां पर गायों को रखा जा सकता था, लेकिन आज दिन तक ऐसा नहीं हुआ। कृषि विवि के पास मैनपॉवर, चारे का प्रबंधन, डॉक्टर आदि सभी व्यवस्थाएं हैं, जिससे लावारिस पशुओं की उचित देखरेख की जा सकती है। वहीं बनकर तैयार रखे गए भवन का इस्तेमाल न होना कई सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि जानकार बताते हैं कि गोसदन का निर्माण होने के बाद से आज दिन तक इसका इस्तेमाल न होना गंभीर मामला है। हैरानी की बात तो यह है कि यहां पर पशुओं के लिए हरे चारे सहित पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई है, लेकिन भवन की शिलान्यास पट्टिका भी अब गायब है।

-----------

इस गोसदन का इस्तेमाल शून्य लागत खेती के लिए प्रयोग होने वाले पशुओं के लिए किया जाएगा। शून्य लागत खेती में देसी गाय का महत्वपूर्ण रोल है।

-हृदयपाल ¨सह, संयुक्त निदेशक प्रसार कृषि विवि पालमपुर।

chat bot
आपका साथी