पुलिस का दावा घुमारवीं की मस्जिद में नहीं रुके थे कोरोना संक्रमित जमाती, मात्र रजिस्टर में नाम किया था अंकित
तब्लीगी जमात के जिन सात लोगों के घुमारवीं शहर में करीब 10 दिनों तक रुकने की बात की जा रही है वह असल में घुमारवीं आए ही नहीं थे।
बिलासपुर, जागरण संवाददाता। तब्लीगी जमात के जिन सात लोगों के घुमारवीं शहर में करीब 10 दिनों तक रुकने की बात की जा रही है, वह असल में घुमारवीं आए ही नहीं थे। इन सभी ने घुमारवीं की मस्जिद के प्रभारी को सिर्फ मस्जिद के रजिस्टर में अपना नाम एंटर करने के लिए ही कहा था। सभी लोग सिर्फ कागजों में ही घुमारवीं शहर की मस्जिद में रुके थे, जबकि असल में ये सभी दिल्ली में ही थे।
मस्जिद के रजिस्टर में इन सब का नाम चढ़ा होने के कारण ही इनके घुमारवीं शहर में रुकने को लेकर जानकारी का प्रसार हुआ, जबकि हकीकत यह है कि ये लोग यहां आए ही नहीं। पिछले कुछ दिनों से जिला पुलिस की ओर से इस मामले की तह तक जाने के लिए की जा रही जांच में यह खुलासा हुआ है। एसपी दिवाकर शर्मा ने अभी कुछ देर पहले इस मामले की पुष्टि की है कि असल में इन लोगों ने घुमारवीं मस्जिद में सिर्फ अपने नाम एंटर करवाए थे और इन्होंने घुमारवीं की अपनी यात्रा से फरलू कर लिया था।
दिवाकर शर्मा ने बताया कि इस मामले की उन्होंने कई पक्षों से छानबीन की और सारी तहे पलटने के बाद ही अब वह इस नतीजे तक आए हैं। ऐसे में यहां अब स्पष्ट हो गया है कि घुमारवीं में तबलीग जमात से जुड़ा कोई भी शख्स यहां नहीं रुका था और न ही लोग यहां आए हैं। जिससे यहां प्रशासन ने काफी हद तक राहत की सांस ली है।