कंडेला खाप में फूटः 28 साल प्रधान रहे टेकराम ने दिया इस्तीफा, ओमप्रकाश को प्रधान मानने से लोगों का इन्कार

जींद में कंडेला खाप के सर्वजातीय चबूतरे पर महापंचायत हुई। 28 गांवों की मीटिंग में टेकराम ने कहा कि वह किसान आंदोलन में व्यस्त हैं। खाप नया प्रधान चुने। कुछ लोगों ने टेकराम से आग्रह किया कि वह अभी पद पर बने रहें लेकिन उन्होंने विनम्रता से इन्कार कर दिया।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 14 Mar 2021 07:12 PM (IST) Updated:Sun, 14 Mar 2021 07:12 PM (IST)
कंडेला खाप में फूटः 28 साल प्रधान रहे टेकराम ने दिया इस्तीफा, ओमप्रकाश को प्रधान मानने से लोगों का इन्कार
दो महीने में नया प्रधान चुना जाएगा। तब तक किसी काम के लिए नंबरदार चिट्ठी फाड़ेंगे और वही मामले सुलझाएंगे।

जींद, जेएनएन। कंडेला खाप के सर्वजातीय चबूतरे पर रविवार को महापंचायत हुई, जिसमें खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। हालांकि पंचायत में मौजूद कुछ लोगों ने उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया। वहीं, तीन दिन पहले कंडेला के ग्रामीणों द्वारा बनाए नए प्रधान ओमप्रकाश को खाप ने प्रधान मानने से इन्कार कर दिया था। ऐसे में प्रधान पद खाली हो गया है।

किसान आंदोलनों के लिए चर्चित कंडेला खाप के नए चबूतरे पर रविवार को सर्वजातीय महापंचायत बुलाई गई थी, जिसकी अध्यक्षता ईश्वर लोहचब ने की। खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने दो दिन पहले इस महापंचायत की चिट्ठी फाड़ते खाप के सभी 28 गांवों के लोगों को आमंत्रित किया था। गांवों में इस महापंचायत की मुनादी भी करवाई गई थी। गांव पिंडारा, खोखरी, दालमवाला, रूपगढ़, जीतगढ़ शाहपुर, कैरखेड़ी सहित खाप के सभी गांवों से बड़ी संख्या में लोग पंचायत में शामिल हुए।

कंडेला बोले- नया प्रधान चुनें खाप के लोग

टेकराम कंडेला ने कहा कि वह 28 साल से कंडेला खाप के प्रधान पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। अब वह तीन महीने से किसान आंदोलन में व्यस्त हैं। वह जन कल्याण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सर्वजातीय खाप पंचायतों के राष्ट्रीय संयोजक की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। इस कारण उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर किसानों और खापों के कार्यक्रमों में व्यस्त रहना पड़ता है। अब वह कंडेला खाप के प्रधान पद से इस्तीफा सौंप रहे हैं। खाप के लोग मीटिंग करके नया प्रधान चुनें ताकि लोकल लेवल पर खाप मजबूत बनी रहे।

लोगों के आग्रह को विनम्रता से किया अस्वीकार

हालांकि कुछ लोगों ने खड़े होकर टेकराम कंडेला से आग्रह किया कि वह अभी पद पर बने रहें, लेकिन टेकराम ने विनम्रता से इंकार करते हुए कहा कि अब नए व्यक्ति को यह जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। पंचायत में भीरा दालमवाला, मिढ़ा शाहपुर, सज्जन शाहपुर, प्रदीप शर्मा, जगत सिंह लोहचब, अजमेर दालमवाला, नरेंद्र खटकड़, ईश्वर लोहचब, कैरखेड़ी से पूर्व सरपंच बसाऊराम, रामफल सरपंच पिंडारा, भूप नंबरदार पिंडारा, रामदिया पूर्व सरपंच खोखरी, रामेश्वर पूर्व चेयरमैन खोखरी, रणधीर बोहतवाला, चांद लोहचब, महताब अहलावत रूपगढ़, प्रदीप अहलावत जीतगढ़ सहित बड़ी संख्या में खाप के मौजिज लोगों ने भाग लिया।

खाप को और ज्यादा मजबूत करेंगे: टेकराम

टेकराम कंडेला ने खाप प्रधान पद से इस्तीफा देते हुए कहा कि उन्होंने 28 साल तक खाप की सेवा की है। अब वह किसान आंदोलन को मजबूती देने में जुटे हुए हैं। इसलिए पद से इस्तीफा दे दिया है। जल्द नया प्रधान बनाकर खाप को और ज्यादा मजबूत किया जाएगा। टेकराम ने कहा कि कुछ लोग दावा करते हैं कि कंडेला खाप से अलग होकर 14 गांवों की माजरा खाप बन चुकी है। लेकिन रविवार को महांपचायत में निर्जन, मांडो, पाथरी, रूपगढ़, जीतगढ़, कैरखेड़ी, पिंडारा, खोखरी सहित सभी 28 गांवों से मौजिज लोगों ने भाग लिया और अपने विचार रखे। कंडेला खाप पहले की तरह एकजुट है। टेकराम कंडेला ने यह भी कहा कि चार-पांच गांव किसी खाप में नहीं हैं, उनकी इच्छा पर जल्द ही उन्हें भी कंडेला खाप में शामिल किया जाएगा। किसान आंदोलन में कंडेला खाप सक्रिय रहेगी।

ओमप्रकाश को प्रधान मानने से इन्कार

महापंचायत में चार दिन पहले कंडेला के कुछ ग्रामीणों द्वारा प्रधान बनाए गए ओमप्रकाश को प्रधान मानने से इनकार कर दिया था। रणधीर वकील ने सुझाव दिया था कि ओमप्रकाश को प्रधान बनाए रखा जाए और टेकराम को किसान आंदोलन की मजबूती में रखा जाए। लेकिन इस सुझाव को नहीं माना गया। इसके मिढ़ा शाहपुर ने सुझाव रखा कि प्रधान का पद खाली रखने के बजाय दो माह तक टेकराम कंडेला को प्रधान बनाए रखा जाए। लेकिन पंचायत के अध्यक्ष ईश्वर लोहचब ने इस सुझाव को खारिज कर दिया और खुद टेकराम कंडेला ने भी प्रधान बने रहने से इन्कार कर दिया। ईश्वर लोहचब ने कहा कि खाप के सभी लोग मिलकर दो महीने में सर्वसम्मति से नया प्रधान चुनकर दें। तब तक खाप से संबंधित किसी काम के लिए नंबरदार चिट्ठी फाड़ेंगे और वही मामले सुलझाएंगे।

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