वर्क फ्रॉम होम के बाद अब घर वापसी की ओर बढ़ रहे कदम, रेडी-टू-शिफ्ट होम की मानसिकता

कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर अब दिल्‍ली में काम कर रहे हरियाणा के लोगों में वर्क फ्रॉम होम के बाद अब घर वापसी का चलन शुरू हो गया है। लोगों में रेडी टूशिफ्ट होम की मानसिकता है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 10 Jun 2020 11:47 PM (IST) Updated:Thu, 11 Jun 2020 08:00 AM (IST)
वर्क फ्रॉम होम के बाद अब घर वापसी की ओर बढ़ रहे कदम, रेडी-टू-शिफ्ट होम की मानसिकता
वर्क फ्रॉम होम के बाद अब घर वापसी की ओर बढ़ रहे कदम, रेडी-टू-शिफ्ट होम की मानसिकता

झज्जर, [अमित पोपली] । काेरोना के मरीजों के दिल्‍ली में बढ़ने के खतरे और बयानाें ने वहां काम करने वाले हरियाणा के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। वर्क फ्रॉम होम के बाद अब रेडी टू शिफ्ट होम की प्रवृति बढ़ रही है। गुरुग्राम की एमएनसी कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम करने वाली दो बहनें  पिछले चार माह से दिल्ली स्थित अपने घर से (वर्क फ्रॉम होम) प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। कोरोना संक्रमितों के दिल्ली में बढ़ रहे आंकड़ों के समय में 31 जुलाई को लेकर लगाए जा रहे अनुमान ने दोनों बहनों समेत परिवार की चिंता बढ़ा दी है।

31 जुलाई तक संक्रमितों की संख्‍या की संभावना और बयानों ने बढ़ाई चिंता

बढ़े भी क्यों नहीं, करीब एक सप्ताह पहले जब उनके पिता की कुछ तबीयत खराब हुई और उनको दिल्ली में संतोषजनक चिकित्सा सुविधा नहीं मिली तो उन्हें मजबूरन रोहतक आकर चिकित्सीय परामर्श लेना पड़ा। हाल के दिनों में दिल्ली की चिकित्सा सुविधा और चरमराई हुई है और वहां स्वास्थ्य सेवाओं को संशय भरा माहौल बन गया है। ऐसी स्थिति में अब यह परिवार कुछ माह के लिए दिल्ली से झज्जर शिफ्ट करने का मूड बना चुका है। संपर्क के लोगों से बातचीत करते हुए रेडी-टू-शिफ्ट होम की भी तलाश की जा रही है ताकि, उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़े।

गफ्फार मोबाइल मार्केट में जाने से डर रहे कारोबारी

दिल्ली में जिस रफ्तार से कोरोना संकट बढ़ रहा है और इसमें और तेजी आने की बात कही जा रही है, उससे रोजाना दिल्ली जाकर कारोबार करने वालों के भी कदम ठिठक गए हैं। जिले के ऐसे कारोबारी जो कि दिल्ली गफ्फार मोबाइल मार्केट से अपना कारोबार कर रहे है, उन्होंने वहां पर जाना छोड़ दिया है।

झज्जर शहर में 6 से 7 बड़े व्यापारी ऐसे हैं, जिन्होंने स्थिति सामान्य होने तक वहां नहीं जाने का फैसला किया है। हालांकि, इनका एक तर्क यह भी है कि मुख्यत: माल बाहर के देशों से मार्केट में आता हैं, वहां पर सप्लाई चेन पहले से टूटी हुई है। उत्पादों के दाम बढ़ चुके हैं और मार्केट भी ढीला है। दूसरा, लगातार केस बढऩे से परिवार के लोग भी चिंतित रहते हैं। जिसकी वजह से ऐसा फैसला लेना पड़ा।

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हरियाणा पर बढ़ रहा लोगों का विश्वास

 स्वास्थ्य सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के दृष्टिगत लोगों का मौजूदा समय में हरियाणा पर काफी विश्वास बढ़ा है। पिछले दिनों के आंकड़ों को देखें तो दिल्ली में जॉब करने वाले बहुत से लोगों ने हरियाणा से अपने कोरोना टेस्ट भी करवाए हैं। वे स्वयं भी मानते हैं कि मौजूदा समय में यहां पर चिकित्सा व्यवस्था और हालात काफी बेहतर है।   

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