मंदी पर ट्वीट कर घिरे सुशील मोदी; RJD बोला- पहली बार देखा ऐसा ज्ञानी, कुमार विश्वास ने भी ली चुटकी
आर्थिक मंदी को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का बयान चर्चा में है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि सावन-भादो में हर साल मंदी रहती है।
पटना [जेएनएन]। देश में आर्थिक मंदी (Economic Slow Down) के संबंध में अपने ट्वीट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) विपक्ष (Opposition) के निशाने पर हैं। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा है कि मंदी के संबंध में सुशील मोदी जैसा बड़ा ज्ञानी पहले कभी नहीं देखा। उधर, सुशील मोदी के मंदी को लेकर दिए बयान पर कुमार विश्वास (Kumar Viswas) ने भी तंज कसा है। सोमवार को इस मामले पर सुशील मोदी ने सफाई भी दी।
सुशील मोदी ने कही थी ये बात
विदित हो कि उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने देश में मंदी को लेकर अपने ट्वीट में कहा कि सावन-भादो के महीनों में हर साल मंदी रहती है। उन्होंने आगे लिखा है कि केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से कर्ज देने की क्षमता बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किए हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा। लेकिन इस बार मंदी का शोर मचाकर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं।
मनोज झा का तंज: पहली बार देखा ऐसा ज्ञानी
आरजेडी सांसद व प्रवक्ता मनोज झा ने सुशील मोदी के ट्वीट पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा ज्ञानी उन्होंने पहले कभी नहीं देखा है। ऐसा ज्ञान तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नहीं है। सुशील मोदी जैसे ज्ञानी की तस्वीर तो देश के सभी विश्वविद्यालयों के अर्थशास्त्र विभाग में लगायी जानी चाहिए।
मनोज झा ने एक ट्वीट कर सुशील मोदी को महान अर्थशास्त्री बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अपने आसपास ज्ञान के इतने बड़े भंडार के कारण जरूर खुश महसूस करते होंगे। अपने एक अन्य ट्वीट में मनोज झा ने सुशील मोदी के एक पुराने बयान की भी याद दिलाई, जिसमें उन्होंने पितृपक्ष में अपराधियों से अपराध से दूर रहने की अपील की थी।
शिवानंद बोले: देश की हालत बेहद खराब
इस मुद्दे पर आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भी सुशील मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने देश की हालत को बेहद खराब बताया।
सुशील मोदी के बचाव में उतरा एनडीए
सुशील मोदी के बयान को लेकर विपक्ष के तंज के बीच उनके बचाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नेता भी खड़े दिखे। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राजीव रंजन (Rajiv Ranjan) ने सुशील मोदी का बचाव करते हुए कहा कि सावन-भादो में अक्सर ऐसा (मंदी का माहौल) होता है। जेडीयू के ही संजय सिंह (Sanjay Singh) ने विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि वे लोग हार की खीझ निकल रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने कहा कि सावन हो या भादो, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi) हर महीने मंदी को मात देगी।
कुमार विश्वास ने भी ली चुटकी
सुशील मोदी के बयान पर बिहार में राजनीति तो गर्म है ही, कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने भी चुटकी ली है। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है, 'मेरे नैना सावन-भादो फिर भी मेरा मन प्यासा। लोग मुझसे कह रहे हैं कि मैं आर्थिक मंदी पर कुछ बोलूं?। भरे तो पड़े हैं।'
विवाद पर ये बोले उपमुख्यमंत्री
इस विवाद पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मंदी के बहाने देश में निराशा का माहौल बनाने का प्रयास हो रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल की प्रथम तिमाही में उपभोक्ता सामानों की बिक्री बढ़ी है। मंदी की अफवाहों के बावजूद पिछले साल 2018-19 में जहां बिहार में एक लाख करोड़ से ज्यादा के माल बिकने आए थे, वहीं इस साल के पहले 4 महीने (अप्रैल-जून) में ही 34 हजार करोड़ का माल बाहर से बिकने के लिए लाया जा चुका है।
बिहार चैम्बर आफ कामर्स के सभागार में आयोजित खाद्यान्न व्यवसायियों के सम्मेलन में मोदी ने कहा कि देश में ऑटोमोबाइल के 300 शो रूम बंद होने का दुष्प्रचार किया जा रहा है। जबकि, बिहार में एक भी शो रूम बंद नहीं हुआ है। उल्टे इस साल अब तक के चार महीने में 4.68 लाख वाहनों की बिक्री हुई है, जो पिछले साल की इसी अवधि में हुई बिक्री (4.57 लाख) से 10,400 अधिक है। बिहार में बिस्कुट, साबुन जैसे उपभोक्ता सामानों, तेजी से खपत वाले उपभोक्ता सामानों, रेडीमेड गारमेंट की बिक्री भी अच्छी रही है।
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सुशील मोदी ने कही थी ये बात
विदित हो कि उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने देश में मंदी को लेकर अपने ट्वीट में कहा कि सावन-भादो के महीनों में हर साल मंदी रहती है। उन्होंने आगे लिखा है कि केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से कर्ज देने की क्षमता बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किए हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा। लेकिन इस बार मंदी का शोर मचाकर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं।
मनोज झा का तंज: पहली बार देखा ऐसा ज्ञानी
आरजेडी सांसद व प्रवक्ता मनोज झा ने सुशील मोदी के ट्वीट पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा ज्ञानी उन्होंने पहले कभी नहीं देखा है। ऐसा ज्ञान तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नहीं है। सुशील मोदी जैसे ज्ञानी की तस्वीर तो देश के सभी विश्वविद्यालयों के अर्थशास्त्र विभाग में लगायी जानी चाहिए।
मनोज झा ने एक ट्वीट कर सुशील मोदी को महान अर्थशास्त्री बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अपने आसपास ज्ञान के इतने बड़े भंडार के कारण जरूर खुश महसूस करते होंगे। अपने एक अन्य ट्वीट में मनोज झा ने सुशील मोदी के एक पुराने बयान की भी याद दिलाई, जिसमें उन्होंने पितृपक्ष में अपराधियों से अपराध से दूर रहने की अपील की थी।
शिवानंद बोले: देश की हालत बेहद खराब
इस मुद्दे पर आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भी सुशील मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने देश की हालत को बेहद खराब बताया।
सुशील मोदी के बचाव में उतरा एनडीए
सुशील मोदी के बयान को लेकर विपक्ष के तंज के बीच उनके बचाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नेता भी खड़े दिखे। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राजीव रंजन (Rajiv Ranjan) ने सुशील मोदी का बचाव करते हुए कहा कि सावन-भादो में अक्सर ऐसा (मंदी का माहौल) होता है। जेडीयू के ही संजय सिंह (Sanjay Singh) ने विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि वे लोग हार की खीझ निकल रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने कहा कि सावन हो या भादो, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi) हर महीने मंदी को मात देगी।
कुमार विश्वास ने भी ली चुटकी
सुशील मोदी के बयान पर बिहार में राजनीति तो गर्म है ही, कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने भी चुटकी ली है। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है, 'मेरे नैना सावन-भादो फिर भी मेरा मन प्यासा। लोग मुझसे कह रहे हैं कि मैं आर्थिक मंदी पर कुछ बोलूं?। भरे तो पड़े हैं।'
विवाद पर ये बोले उपमुख्यमंत्री
इस विवाद पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मंदी के बहाने देश में निराशा का माहौल बनाने का प्रयास हो रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल की प्रथम तिमाही में उपभोक्ता सामानों की बिक्री बढ़ी है। मंदी की अफवाहों के बावजूद पिछले साल 2018-19 में जहां बिहार में एक लाख करोड़ से ज्यादा के माल बिकने आए थे, वहीं इस साल के पहले 4 महीने (अप्रैल-जून) में ही 34 हजार करोड़ का माल बाहर से बिकने के लिए लाया जा चुका है।
बिहार चैम्बर आफ कामर्स के सभागार में आयोजित खाद्यान्न व्यवसायियों के सम्मेलन में मोदी ने कहा कि देश में ऑटोमोबाइल के 300 शो रूम बंद होने का दुष्प्रचार किया जा रहा है। जबकि, बिहार में एक भी शो रूम बंद नहीं हुआ है। उल्टे इस साल अब तक के चार महीने में 4.68 लाख वाहनों की बिक्री हुई है, जो पिछले साल की इसी अवधि में हुई बिक्री (4.57 लाख) से 10,400 अधिक है। बिहार में बिस्कुट, साबुन जैसे उपभोक्ता सामानों, तेजी से खपत वाले उपभोक्ता सामानों, रेडीमेड गारमेंट की बिक्री भी अच्छी रही है।
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