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Paper Leak: UP सिपाही भर्ती और बिहार शिक्षक भर्ती पेपर लीक में है बड़ा कनेक्शन! EOU की कस्टडी में खुल रहे कई गहरे राज

बीपीएससी द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में उज्जैन से गिरफ्तार आरोपितों से ईओयू पूछताछ कर रही है। आरोपितों से रविवार को भी पूछताछ होगी। रविवार को पूछताछ के बाद उन्हें वापस जेल भेज दिया जाएगा। गिरफ्तार आरोपितों के तार उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक केस से भी जुड़ रहे हैं।

By Rajat Kumar Edited By: Mohit Tripathi Published: Sat, 27 Apr 2024 09:44 PM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2024 09:44 PM (IST)
यूपी सिपाही भर्ती और बिहार शिक्षक भर्ती पेपर लीक में है बड़ा कनेक्शन। (सांकेतिक फोटो)

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में उज्जैन से गिरफ्तार आरोपितों से आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम पूछताछ कर रही है। आरोपितों से रविवार को भी पूछताछ की जाएगी, जिसके बाद उन्हें वापस जेल भेज दिया जाएगा।

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गिरफ्तार आरोपितों के तार उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक कांड से भी जुड़ रहे हैं।

नीट पेपर लीक 2017 का अभियुक्त रहा है डॉ. शिव

ईओयू सूत्रों के अनुसार, नालंदा के नगरनौसा का रहने वाला शिव कुमार उर्फ डॉ. शिव उर्फ बिट्टू और पटना के खगौल का रहने वाले शुभम मंडल उर्फ शिवम अंतरराज्यीय प्रश्न-पत्र लीक गिरोह के सदस्य हैं। डॉ. शिव 2017 में नीट की परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक कांड का अभियुक्त रहा है।

इस मामले में मई 2017 में उसके विरुद्ध पत्रकारनगर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज है। इस मामले में उसका सह-आरोपी शुभम मंडल था जो यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक मामले में गिरफ्तार हो चुका है।

इसके अलावा, भी शुभम कई महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न-पत्र लीक और फर्जीवाड़े को अंजाम दे चुका है।

इस गिरोह के सदस्य उत्तरप्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में भी हैं, जिनकी मदद से इन राज्यों की प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा किया जाता है।

बिहार पेपर लीक और यूपी सिपाही पेपर लीक में कनेक्शन

बिहार की शिक्षक भर्ती और यूपी की सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में कई समानताएं भी देखी जा रही हैं। दोनों ही परीक्षाओं का प्रश्न-पत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक होने की आशंका है।

इसके अलावा, शिक्षक अभ्यर्थियों की तरह सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को भी सॉल्वर गिरोह ने मोटी राशि देकर उत्तर उपलब्ध कराए थे।

अन्य सदस्यों की तलाश तेज

सूत्रों के अनुसार, ईओयू की टीम उज्जैन से गिरफ्तार शिव, बल्ली उर्फ संदीप, प्रदीप कुमार, तेज प्रकाश और सौम्या से मिले इनपुट के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।

इसके लिए संबंधित राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर सूचनाएं और जानकारी साझा की जाएगी। आरोपितों से वित्तीय लेन-देन आदि की भी जानकारी ली जा रही है।

हजारीबाग में हुई थी बड़ी गिरफ्तारी

शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण की परीक्षा मामले में झारखंड के हजारीबाग से ही सबसे बड़ी गिरफ्तारी की गई थी, जहां से 268 अभियुक्तों व सॉल्वर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। मामले की जांच के दौरान कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्न-पत्र के लीक होने की आशंका भी जताई गई है।

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