कला प्रेमियों के लिए जन्नत से कम नहीं फ्रांस का Louvre Museum, पूरा घूमने में लग सकते हैं 100 दिन
फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित लूव्र संग्रहालय (Louvre Museum) दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे प्रसिद्ध संग्रहालय है। यह न केवल कला प्रेमियों के लिए स् ...और पढ़ें

फ्रांस के Louvre Museum को देखने के लिए सिर्फ एक ट्रिप काफी नहीं! (Image Source: Instagram)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध संग्रहालय कहां है? बता दें, यह फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित 'लूव्र म्यूजियम' है, जो न सिर्फ कला प्रेमियों के लिए स्वर्ग है, बल्कि यह मानव इतिहास, संस्कृति और सभ्यता की अनमोल धरोहरों का भी घर है। यही कारण है कि इसे दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले म्यूजियम में गिना जाता है।
किले से महल और फिर बना संग्रहालय
लूव्र का इतिहास बेहद रोमांचक है। इसकी शुरुआत 12वीं शताब्दी में एक किले के रूप में हुई थी। समय के साथ, यह फ्रांस के राजाओं का एक भव्य शाही महल बन गया। हालांकि, 1789 की फ्रांसीसी क्रांति ने इसका भाग्य बदल दिया। क्रांति के बाद शाही संपत्तियों को आम जनता के लिए खोलने का फैसला किया गया और आखिरकार 1793 में लूव्र को एक सार्वजनिक संग्रहालय के रूप में स्थापित कर दिया गया।

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कांच का पिरामिड है फोकस ऑफ अट्रैक्शन
परंपरा और आधुनिकता का संगम इस संग्रहालय की वास्तुकला देखने लायक है। जहां इसकी पुरानी इमारतें यूरोपीय शास्त्रीय शैली की मिसाल हैं, वहीं 1989 में यहां एक कांच का पिरामिड बनाया गया। प्रसिद्ध वास्तुकार आई. एम. पेई द्वारा डिजाइन किया गया यह पिरामिड आज लूव्र की पहचान बन चुका है और आधुनिकता व परंपरा का एक सुंदर मेल प्रस्तुत करता है।
अद्भुत कलाकृतियों का विशाल संग्रह
लूव्र संग्रहालय अपने आप में एक अलग दुनिया है। यहां कुल 4,80,000 से ज्यादा कलाकृतियां मौजूद हैं, जिनमें से लगभग 35,000 कृतियां दर्शकों के लिए प्रदर्शित की गई हैं। यहां आपको प्राचीन मिस्र, ग्रीक, रोमन और इटली की एट्रस्कन सभ्यताओं की मूर्तियां, आभूषण और चित्र देखने को मिलेंगे। इसके अलावा, यूरोपीय पुनर्जागरण काल की पेंटिंग्स और मध्यकालीन मूर्तिकला भी यहां की शोभा बढ़ाती हैं।
मोना लिसा, वीनस और ऐतिहासिक मूर्तियां
इस संग्रहालय का सबसे बड़ा आकर्षण लियोनार्डो दा विंची की विश्व प्रसिद्ध पेंटिंग 'मोना लिसा' है। इसके साथ ही, यहां 'वीनस डी मायलो' और 200-175 ईसा पूर्व की संगमरमर से बनी 'विंग्ड विक्ट्री ऑफ सामोथ्रेस' जैसी ऐतिहासिक मूर्तियां भी मौजूद हैं। इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए बेबीलोन के राजा हम्मुराबी की संहिता भी यहां रखी गई है। कहीं-कहीं आपको 'फ्लावर कार्पेट' और 'फ्लोरल आर्ट' की झलक भी देखने को मिल जाएगी।

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इतना बड़ा कि घूमने में लग जाएंगे 100 दिन
लूव्र की विशालता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसका प्रदर्शनी क्षेत्र 60 हजार वर्ग मीटर से भी ज्यादा में फैला है। अगर आप यहां रखी हर एक वस्तु को देखने के लिए मात्र 30 सेकंड भी रुकें, तो भी आपको पूरा संग्रहालय देखने में करीब 100 दिन लग जाएंगे।
जब हुई थी करोड़ों की चोरी
इस ऐतिहासिक जगह के साथ एक रोमांचक घटना भी जुड़ी है। कुछ समय पहले, निर्माण-कर्मियों के भेस में आए चोरों ने यहां बड़ी चोरी को अंजाम दिया था। वे दिन के समय दूसरी मंजिल की खिड़की तोड़कर अंदर आए और गैलरी में रखे फ्रांसीसी क्राउन ज्वेल्स (शाही गहनों) के 8 कीमती आभूषण चुरा ले गए। बता दें, इन आभूषणों की कीमत करोड़ों रुपयों में आंकी गई थी।

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